चंबा (चुवाड़ी), 15 जनवरी:
हिमाचल प्रदेश में सतत और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) और वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) में बदलाव वर्तमान समय की प्रमुख आवश्यकता है। यह बात विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने भाटियात विधानसभा क्षेत्र में दुरगाई-घट्टा-बुर्जा संपर्क मार्ग के भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान कही। इस सड़क का निर्माण लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत से होगा।
पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को इन मुद्दों को संसद में जोरदार तरीके से उठाना चाहिए। इससे विकास परियोजनाओं को पर्यावरण स्वीकृति जल्दी मिलेगी और आपदा प्रभावित परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर भूमि आवंटित की जा सकेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों से आय अर्जित करने वाली केंद्रीय कंपनियों से मिलने वाले राजस्व में वृद्धि के प्रयास होने चाहिए।
भाटियात क्षेत्र की प्रगति का जिक्र करते हुए पठानिया ने बताया कि पिछले दो वर्षों में शुरू की गई 32 सड़कों में से 21 सड़कों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि रायपुर, साडल, और जंदरोग जैसी पंचायतों में 11 नई सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा, चार परियोजनाओं को पर्यावरणीय स्वीकृति मिल चुकी है।
पठानिया ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साडल के नए भवन के निर्माण कार्य जल्द शुरू करने का भरोसा भी दिया। उन्होंने जनता की समस्याएं सुनीं और कई मुद्दों का मौके पर समाधान किया।
कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर राज्य सहकारी बैंक के निदेशक राजकुमार चंबियाल, नगर पंचायत उपाध्यक्ष सुरेंद्र चाढक, और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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