शिमला, 08 अक्टूबर – मीरा बाई की 525वीं जयंती के उपलक्ष्य में, गीत नाटक अकादमी, न्यू दिल्ली और हिमाचल प्रदेश भाषा एवं सांस्कृतिक विभाग ने राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर में “”कला – धरोहर”” नामक दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आधुनिक पीढ़ी को कला और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूक करना था।
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार गोस्वामी ने अपनी टीम के साथ मिलकर इस कार्यक्रम में मीरा बाई के भजनों और उनके जीवन पर प्रकाश डाला, जो सभी के लिए आकर्षक और ज्ञानवर्धक साबित हुआ। इस टीम में हिमांशु, गुलशन और सुमित मिश्रा शामिल थे, जिन्होंने मीरा बाई के भजनों और जीवन की कहानियों को अद्वितीय तरीके से प्रस्तुत किया।
लगभग 500 से अधिक छात्राओं ने अपने अध्यापकों के साथ इस कार्यशाला में उत्साहपूर्वक भाग लिया। अंतिम सत्र में डॉ. देश राज शर्मा ने छात्राओं को मीरा बाई के आध्यात्मिक जीवन-दर्शन की गहराई समझाई। दिल्ली से आए इस दल की प्रस्तुति और बच्चों के साथ उनके संवाद ने सभी को संगीत और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति एक नई सोच से परिचित कराया।
प्रधानाचार्य राखी पंडित ने संगीत दल का सहयोग किया और इस महत्वपूर्ण कार्य की सराहना की। उन्होंने बच्चों को संगीत के महत्व और इसके क्षेत्र में उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी। प्रधानाचार्य का संगीत दल को प्रोत्साहन और बच्चों को संगीत के महत्व को समझाना अत्यंत प्रेरणादायक रहा।
प्रधानाचार्य राखी पंडित ने इस आयोजन में शामिल सभी कलाकारों के साथ संयोजक ओम प्रकाश का भी धन्यवाद किया और मीरा बाई के जीवन से जुड़ी प्रेरणादायक कहानियों के लिए आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन निश्चित रूप से बच्चों को संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने और अपनी सांस्कृतिक विरासत को समझने की दिशा में प्रेरित करेगा।
HIM Live TV पर विज्ञापन के लिए कृपया हमसे संपर्क करें!