शिमला में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से हिमाचल प्रदेश के दौरे के दौरान राज्य की जनता को गुमराह न करने की अपील की है। कांग्रेस ने कहा कि नड्डा को अपने हिमाचली होने के धर्म को निभाते हुए राज्य के हितों की केंद्र में मजबूत पैरवी करनी चाहिए, न कि गलत जानकारी फैलानी चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि पिछले साल की आपदा से प्रभावित परिवारों के लिए राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज दिया है। हालांकि, केंद्र सरकार के पास 10,000 करोड़ रुपये के आपदा क्लेम और अन्य बकाया राशि जैसे कि एनपीएस के तहत 9200 करोड़ रुपये और बीबीएमबी बकाया के 4500 करोड़ रुपये अभी तक लंबित हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र से आपदा राहत के लिए कोई विशेष आर्थिक सहायता नहीं मिली है, और जो धनराशि मिली है, वह देश के सभी राज्यों को वार्षिक अनुदान के तहत मिलने वाली राशि है। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के कमजोर और पिछड़े वर्गों के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की भी सराहना की, जिसमें राज्य देश का पहला राज्य बन गया है जिसने दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया है।
कांग्रेस ने भाजपा नेताओं से अपील की है कि वे राज्य सरकार के कार्यों को लेकर अपने बयानों में जिम्मेदारी दिखाएं।