ऊना: सरकारी स्कूलों में पंजाबी शिक्षकों की भर्ती न होने पर एक प्रतिनिधिमंडल ने डीसी ऊना को ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में भूपिंदर सिंह, हरदियाला सिंह, जोगिंद्र सिंह, तरणजोत सिंह, बलवीर सिंह, तजिंदर सिंह, संजीव सन्नी और बलवंत सिंह शामिल थे।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से पंजाबी शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है, जिससे पंजाबी पढ़ने वाले छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने सरकारी स्कूलों में पंजाबी शिक्षकों की भर्ती की मांग की और यह भी कहा कि पंजाबी भाषा को हिमाचल प्रदेश में दूसरी राजकीय भाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए।