बैजनाथ, कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के बैजनाथ में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नशा तस्करी में लिप्त तीन तस्करों को चरस के साथ गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने 449 ग्राम चरस बरामद की, जो इलाके में नशे की बढ़ती तस्करी की ओर इशारा करती है। इस कार्रवाई का उद्देश्य इलाके में फैले नशे के जाल को समाप्त करना है, जो युवाओं को इस बुरी लत की ओर खींच रहा है।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
बैजनाथ पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में चरस माफिया सक्रिय हैं और नशे की तस्करी के माध्यम से युवाओं को नशे की लत लगाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर थाना प्रभारी मनीष कुमार ने टीम का गठन किया, जिसमें मुख्य आरक्षी कृपाल, मानक मुख्य आरक्षी मलकीयत, आरक्षी पंकज और आरक्षी अंकुश धीमान शामिल थे। टीम ने चौबु पुल पर एक नाका स्थापित किया ताकि हर गुजरने वाले वाहन की जांच की जा सके।
जांच के दौरान पकड़ी गई गाड़ी
नाके के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध आल्टो कार को रुकने का संकेत दिया। गाड़ी में तीन लोग सवार थे, जिनमें से दो जयसिंहपुर के रहने वाले थे और एक सिंबल, बैजनाथ का निवासी था। पुलिस को उनके व्यवहार में संदेहास्पद गतिविधियां दिखाई दीं, जिसके बाद गाड़ी की बारीकी से तलाशी ली गई।
449 ग्राम चरस बरामद
गाड़ी की तलाशी के दौरान, पुलिस को 449 ग्राम चरस मिली, जिसे तुरंत कब्जे में ले लिया गया। इस चरस की अनुमानित कीमत लाखों में मानी जा रही है। चरस की इतनी बड़ी खेप के मिलने से पुलिस की चिंताएं और बढ़ गईं, क्योंकि यह मात्रा दर्शाती है कि तस्करी का नेटवर्क कितना बड़ा हो सकता है। पुलिस ने चरस जब्त कर ली और तीनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
न्यायालय में पेशी और रिमांड
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस अब इन आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस तस्करी के नेटवर्क के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके। संभावना है कि इन तस्करों के संपर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं जो हिमाचल प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में इस नशे को फैला रहे हैं।
युवाओं पर बढ़ता नशे का प्रभाव
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में नशे की तस्करी का प्रसार एक बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अनुसार, युवाओं में बढ़ते नशे के मामलों ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। चरस जैसे नशीले पदार्थों की आसान उपलब्धता और सस्ते दामों में बेचना इसे और भी आकर्षक बना रहा है, जिससे यह युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने इस घटना के बाद स्थानीय जनता से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में इस प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें। थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि इस प्रकार की जानकारी पुलिस को समय पर मिलने से नशे के जाल को रोकने में मदद मिल सकती है और अपराधियों पर कानूनी शिकंजा कसा जा सकता है। पुलिस ने यह भी भरोसा दिलाया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी, ताकि लोग बेझिझक होकर पुलिस की मदद कर सकें।
सरकार का सहयोग और नशा विरोधी अभियान
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी नशे के खिलाफ अभियान चलाया है और पुलिस को सक्रिय कदम उठाने का निर्देश दिया है। सरकार का मानना है कि नशा विरोधी अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस और समाज का सहयोग जरूरी है। पुलिस ने स्थानीय युवाओं और सामाजिक संगठनों से भी अपील की है कि वे नशे के खिलाफ इस अभियान में अपना सहयोग दें और नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करें।
जनता से सहयोग की अपील
बैजनाथ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि जनता के सहयोग से ही नशे के जाल को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। पुलिस ने उम्मीद जताई कि जनता, खासकर युवाओं के परिजन, अपने बच्चों को नशे से दूर रखने के प्रयास करेंगे और उनकी संगत पर ध्यान देंगे।
पुलिस का सख्त संदेश
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार है। पुलिस ने संदेश दिया है कि जो लोग इस प्रकार की अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
बैजनाथ में हुई इस कार्रवाई ने नशा तस्करी के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया है। पुलिस का यह अभियान न केवल नशे के तस्करों के लिए चेतावनी है, बल्कि उन युवाओं के लिए भी एक संदेश है जो इस दलदल में फंस रहे हैं। पुलिस ने जनता से भी सहयोग की अपील की है ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके और समाज को नशा मुक्त बनाया जा सके।
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