हिमाचल प्रदेश के विकास खंड इंदौरा में पंचायती राज विभाग के एक कर्मचारी को राज्य सतर्कता विभाग ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी पंचायत सचिव पद पर तैनात था और किसी दस्तावेज के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, एक व्यक्ति अपनी बहनों के आधार कार्ड में जन्मतिथि की त्रुटि ठीक करवाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र लेना चाहता था। जब उसने पंचायत सचिव से इस संबंध में बात की, तो उसने 6 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। व्यक्ति ने इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग में की, जिसके बाद सतर्कता विभाग के एडीशनल एसपी बद्री सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने कार्रवाई की। जाल बिछाकर पंचायत सचिव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की पुष्टि सतर्कता विभाग के एसपी बलबीर सिंह ने की है।

यह एक महीने के भीतर पंचायती राज विभाग में रिश्वतखोरी का तीसरा मामला है। इससे पहले परागपुर में एक ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) और दो दिन पहले ज्वालाजी में एक अन्य पंचायत सचिव को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। विजिलेंस की इन लगातार कार्रवाइयों से सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है।
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