Kangra: पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन की बहाली के लिए नंदपुर में जनता ने किया विरोध प्रदर्शन

नगरोटा सूरियां: कांगड़ा जिले के नंदपुर में रविवार को पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल मार्ग पर रेलगाड़ियों की बहाली में हो रही देरी को लेकर लोगों ने रेलवे विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। नंदपुर विकास संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीणों ने रोष रैली निकाली और रेलवे विभाग की धीमी कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि यदि रेलवे बोर्ड ने एक सप्ताह के भीतर रेलगाड़ियां बहाल नहीं कीं, तो लोग सड़कों पर उतरकर चक्का जाम करेंगे।

नंदपुर भटोली के रैना तालाब के पास लोग तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए रेलवे स्टेशन तक पहुंचे। लोगों ने “डीआरएम फिरोजपुर होश में आओ,” “कांगड़ा घाटी की ट्रेनें बहाल करो,” “रानीताल से मलबा हटाओ,” और “नूरपुर से गुलेर तक ट्रेनें बहाल करो” जैसे नारे लगाए। संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुख लाल गोदारा ने कहा कि नूरपुर से गुलेर तक सफल ट्रायल के बावजूद आज तक रेलगाड़ियों को बहाल नहीं किया गया है, जबकि जोगिंद्रनगर से कांगड़ा तक दो ट्रेनें चलाई जा रही हैं।

उन्होंने रेलवे प्रबंधक पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद हर बरसात में फिरोजपुर रेलवे मंडल ट्रेनें बंद कर देता है। पीसी विश्वकर्मा, जिन्होंने पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था, ने कहा कि विभाग के पास ट्रैक रखरखाव के लिए आधुनिक संसाधन हैं, लेकिन वे इस्तेमाल नहीं किए जा रहे।

समिति के उपाध्यक्ष सुदेश धीमान ने कहा कि रानीताल में लगभग 100 मीटर रेल ट्रैक पर गिरे मलबे को हटाने में केवल 15 दिन लग सकते थे, लेकिन यह काम अब तक अधूरा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नूरपुर से गुलेर तक रेलगाड़ियों को एक हफ्ते में बहाल नहीं किया गया, तो जनता उग्र आंदोलन करेगी और इसके परिणामस्वरूप प्रशासन जवाबदेह होगा।

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