मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय शाह एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। शाह ने सेना की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कार्रवाई की जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी के संदर्भ में एक बयान दिया, जिसे विपक्ष ने ‘‘आपत्तिजनक’’ और ‘‘नफरत फैलाने वाला’’ करार दिया है। यह टिप्पणी उस समय सामने आई जब शाह इंदौर के समीप महू के रामकुंडा गांव में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में शाह यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि ‘‘जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे, उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई गई।’’
शाह ने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर कर्नल सोफिया की ओर था, जिन्होंने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी मीडिया के माध्यम से साझा की थी। उन्होंने कहा कि कैसे भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से निशाना बनाया। वीडियो वायरल होते ही विपक्ष खासकर कांग्रेस ने भाजपा और शाह पर तीखा हमला बोल दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस टिप्पणी को ‘‘शर्मनाक और अपमानजनक’’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि विजय शाह को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी ने देश के लिए अपनी सेवा दी है और ऐसे वीर सैनिकों के खिलाफ इस प्रकार की भाषा निंदनीय है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस की मानसिकता शुरू से ही महिला विरोधी रही है। खरगे ने कहा कि इससे पहले शहीद नौसेना अधिकारी की पत्नी और विदेश सचिव विक्रम मिसरी की बेटी को भी निशाना बनाया गया था, और अब कर्नल सोफिया के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया और सवाल उठाया कि क्या भाजपा विजय शाह की इस “घटिया सोच” से सहमत है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी सार्वजनिक रूप से जवाब देने की मांग की।
विवाद गहराने पर विजय शाह को सफाई देने के लिए मीडिया के सामने आना पड़ा। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले की क्रूरता देखकर उनका मन विचलित हो गया था और उन्हीं भावनाओं के चलते उनके मुंह से यह शब्द निकल गए। उन्होंने कर्नल सोफिया को अपनी सगी बहन से भी अधिक सम्मानित बताते हुए कहा कि वह उनके राष्ट्रधर्म निभाने की भावना को सलाम करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उनके बयान से किसी को भी ठेस पहुंची हो तो वे दस बार माफी मांगने को तैयार हैं।
इस बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित शाह के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और उनके नामपट्ट पर कालिख पोतकर इस्तीफे की मांग की। उधर, भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई ने भी इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया और मंत्री विजय शाह को पार्टी मुख्यालय तलब किया गया। सूत्रों के अनुसार, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने उन्हें इस बयान के लिए फटकार लगाई। इसके बाद शाह ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से भी मुलाकात की।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सेना की कार्रवाई की जानकारी दुनिया के सामने रखी थी और देश के पक्ष को मजबूती से प्रस्तुत किया था। उनके साथ विदेश सचिव विक्रम मिसरी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी इस मीडिया ब्रीफिंग का हिस्सा थे। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में किए गए मिसाइल हमलों को लेकर पूरी दुनिया की नजर भारत पर थी, और कर्नल सोफिया ने उस मोर्चे पर देश की छवि को मजबूती से प्रस्तुत किया।
विजय शाह की टिप्पणी को लेकर उठे इस विवाद ने एक बार फिर राजनीति और सैन्य गरिमा के बीच की सीमाओं पर बहस छेड़ दी है। अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि भाजपा इस मामले में कोई कड़ा कदम उठाती है या यह मामला समय के साथ शांत हो जाएगा।
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