मंडी: सरदार पटेल विश्वविद्यालय (SPU) मंडी ने घोषणा की है कि इस सत्र से कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में पीएचडी प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। यह फैसला कुलपति प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में हुई दूसरी अकादमिक परिषद की बैठक में लिया गया। बैठक में विश्वविद्यालय और छात्र हितों से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। प्रो. अवस्थी ने छात्रों और विश्वविद्यालय के सर्वोत्तम हितों के लिए शैक्षणिक मुद्दों पर विचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रो. अवस्थी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने विश्वविद्यालय की आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसी दिशा में, परिषद ने स्व-वित्त पोषण मोड पर एकीकृत कानून और बैचलर ऑफ एजुकेशन पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया, जिससे विश्वविद्यालय को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। इसके साथ ही, शिक्षकों के लिए लंबे समय से मांगी जा रही करियर उन्नति योजना भी मंजूर की गई है।
इसके अलावा, पुनर्मूल्यांकन के बाद पास से फेल का स्टेटस नहीं बदलेगा। पीजीडीसीए पाठ्यक्रम में भी 47 क्रेडिट दिए जाएंगे जिससे छात्रों को आगे की पढ़ाई में परेशानी नहीं होगी। ड्रॉपआउट दर कम करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं, जिससे छात्र अगले वर्ग में प्रोमोट हो सकेंगे और पुन: परीक्षा देकर अपने विषयों को पांच साल में पूरा कर सकेंगे।
एसपीयू ने एक नई अनुसंधान नीति तैयार की है जो अनुसंधान परियोजनाओं और पेटेंट बढ़ाने को प्रोत्साहित करेगी। विश्वविद्यालय प्रत्येक पेटेंट के लिए ₹20,000 का अनुदान प्रदान करेगा जिससे शोध गतिविधियों में वृद्धि होगी।
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