Hamirpur: हमीरपुर में मनाया गया ‘पहाड़ी दिवस’: बच्चों ने दी भाषण, लिखीं लोकोक्तियां और पहेलियां, छाई हिमाचली रंगत!

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश की समृद्ध पहाड़ी भाषा, संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के उद्देश्य से भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से हर साल 1 नवंबर को ‘पहाड़ी दिवस’ मनाया जाता है। इसी कड़ी में जिला भाषा अधिकारी कार्यालय हमीरपुर ने सोमवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें भाषण, निबंध लेखन, मुहावरा-लोकोक्ति और पहेली लेखन प्रतियोगिताएं हुईं।

इस जिला स्तरीय आयोजन में लगभग 35 स्कूलों के करीब 120 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार दलीप कुमार रहे, जिन्होंने बच्चों के उत्साह और रचनात्मकता की सराहना की।

“अपनी भाषा से जुड़ाव हमारी पहचान की जड़ है” — जिला भाषा अधिकारी संतोष पटियाल

जिला भाषा अधिकारी संतोष कुमार पटियाल ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं न केवल बच्चों में पहाड़ी भाषा और संस्कृति के प्रति गर्व और रुचि पैदा करती हैं, बल्कि यह हमारी स्थानीय बोली के संरक्षण का सशक्त माध्यम भी हैं। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ना ही इन आयोजनों का उद्देश्य है।

प्रतियोगिताओं के परिणाम — बच्चों की रचनात्मकता रही लाजवाब

भाषण प्रतियोगिता:

• ऋषभ शर्मा – राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगवाड़ा

• श्रद्धा – न्यू गुरुकुल स्कूल गोपालनगर

• आस्था – सेवन स्टार स्कूल बणी

मुहावरा एवं लोकोक्ति लेखन:

• वंशिका – रा. व. म. पा. धंगोटा

• ओम ठाकुर – रा. व. म. पा. भठियाण

• कृतिका शर्मा – सेवन स्टार स्कूल बणी

निबंध लेखन:

• अंतरा – बजरोल स्कूल

• सोनाली – रा. व. म. पा. भठियाण

• आदिति – गर्ल्स स्कूल नादौन

पहेली लेखन:

• मुस्कान – रा. व. म. पा. भठियाण

• अनन्या – हाई स्कूल स्वाहल

• गीतिका – सेवन स्टार स्कूल बणी

निर्णायक मंडल में दलीप कुमार, रत्न चंद रत्नाकर, केसर सिंह पटियाल, संतोष कुमारी और सौरभ मन्हास शामिल रहे, जबकि कार्तिक शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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