मंडी जिले के थुनाग उपमंडल में हालिया आपदा के चलते राहत कार्यों को तेज़ी से अंजाम दिया जा रहा है। लगातार बारिश और भूस्खलन से टूटे सड़क संपर्क को बहाल करने के लिए प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमें पूरी मुस्तैदी से जुटी हैं। शुक्रवार सायं 4 बजे तक बगस्याड़ से थुनाग की दिशा में लगभग 4 किलोमीटर सड़क मार्ग को बहाल कर लिया गया है। इस कार्य में 5 जेसीबी और 1 पोकलेन मशीन लगातार दिन-रात कार्यरत हैं। साथ ही, लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर बहाली कार्य की निगरानी कर रहे हैं। हालांकि, अभी भी इस मार्ग पर लगभग 10 किलोमीटर सड़क खोलना शेष है।
इसके अतिरिक्त, थुनाग को करसोग से जोड़ने वाली वैकल्पिक सड़क मार्ग – वाया जंजैहली की बहाली भी प्रगति पर है। करसोग की तरफ से शंकर देहरा तक की सड़क को खोल दिया गया है, जबकि जंजैहली से लम्बाथाच तक लगभग 8 किलोमीटर सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त पाई गई है। लम्बाथाच से थुनाग के बीच सड़क की स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर है, जिससे यह संभावना बनती है कि यदि वाहन लम्बाथाच तक पहुंचते हैं, तो थुनाग तक राहत सामग्री और बचाव दल को भेजना आसान हो जाएगा।
वहीं दूसरी ओर, थलौट–शैट्टाधार मार्ग पर भी बहाली कार्य लगातार जारी है। इस मार्ग पर शैट्टाधार तक हल्के वाहनों (एलएमवी) की आवाजाही फिर से शुरू कर दी गई है, जो राहत पहुंचाने के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
गौर करने योग्य बात यह है कि थुनाग क्षेत्र इस आपदा में सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल है। यहां सड़क संपर्क टूट जाने से राहत और पुनर्वास के कार्यों में बड़ी परेशानियां सामने आ रही हैं। प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटों के भीतर जिले में 8 सड़कों को फिर से चालू कर दिया गया है। हालांकि अभी भी 156 सड़कें बाधित हैं, जिनकी बहाली युद्धस्तर पर की जा रही है ताकि आमजन तक सहायता जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके।
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