एक और साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के जवाली के एक युवक से शातिर ठगों ने ₹75,000 की ठगी कर ली। पीड़ित अश्विनी कुमार ने बताया कि कैसे एक चालाकी से रची गई साजिश ने उन्हें आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया।
शनिवार को दोपहर 1:10 बजे अश्विनी को एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को उनका रिश्तेदार बताते हुए बातचीत शुरू की। उसने कहा कि उसे गूगल पे से पैसे भेजने में समस्या आ रही है और वह मदद चाहता है।
शातिर ठग ने कहा कि वह अश्विनी के गूगल पे नंबर पर पैसे भेजेगा और फिर उन पैसों को मुन्ना नामक व्यक्ति के नंबर पर ट्रांसफर करने को कहा। अश्विनी ने ठग की बातों पर भरोसा करते हुए गूगल पे डिटेल्स साझा कर दी। इसके तुरंत बाद, उन्हें एक पेमेंट रिक्वेस्ट प्राप्त हुई। जैसे ही अश्विनी ने रिक्वेस्ट को ओके किया, उनके खाते से ₹75,000 डेबिट हो गए।
जब अश्विनी ने ठग से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका नंबर स्विच ऑफ था। उन्होंने तुरंत साइबर अपराध हेल्पलाइन (1930) पर शिकायत दर्ज कराई और ठगी के पैसे वापस दिलाने की मांग की।
इसके साथ ही, अश्विनी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की।
साइबर ठगी से कैसे बचें?
आजकल ऑनलाइन ठगी के मामलों में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। ऐसे में सतर्क रहना बहुत जरूरी है। यहां कुछ जरूरी सुझाव दिए गए हैं:
- अजनबी कॉल्स पर विश्वास न करें:
- अगर कोई व्यक्ति रिश्तेदार या मित्र बनकर पैसे मांगता है, तो पहले उसकी पहचान की पुष्टि करें।
- गूगल पे और अन्य पेमेंट ऐप्स को सुरक्षित रखें:
- किसी के साथ भी अपने ऐप्स की संवेदनशील जानकारी जैसे OTP, UPI पिन या पासवर्ड साझा न करें।
- तुरंत रिपोर्ट करें:
- साइबर ठगी का शिकार होने पर साइबर अपराध हेल्पलाइन (1930) या 112 पर संपर्क करें। तेजी से की गई रिपोर्टिंग से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- अन्य लोगों को जागरूक करें:
- सोशल मीडिया पर इस तरह की घटनाओं को शेयर करें ताकि अन्य लोग सतर्क रहें और ऐसी ठगी से बच सकें।
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