सोलन/शिमला, 28 अक्टूबर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को सोलन जिले के ममलीग दौरे के बाद दिल्ली रवाना हो गए, जहां वह देश की वित्तीय राजधानी मानी जाने वाली बैठकों में हिस्सा लेंगे। सीएम सुक्खू की मुलाकात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया से होने वाली है — और ये मुलाकातें हिमाचल की आर्थिक सेहत के लिए बेहद अहम मानी जा रही हैं।
दरअसल, केंद्र सरकार ने हिमाचल के लिए दिसंबर 2025 तक 7,000 करोड़ रुपये तक कर्ज लेने की सीमा तय की है, जिसमें से अब तक 6,900 करोड़ रुपये का कर्ज राज्य सरकार ले चुकी है। यानी सरकार के पास सिर्फ 100 करोड़ रुपये की उधारी की गुंजाइश बची है।
ऐसे में सुक्खू सरकार चाहती है कि प्रदेश को 2 फीसदी अतिरिक्त ऋण की छूट मिले या केंद्र से किसी अन्य मद में राहत पैकेज दिया जाए, ताकि राज्य की वित्तीय स्थिति सुधारी जा सके।
वर्तमान में सरकार पर हर महीने लगभग 2,800 करोड़ रुपये की देनदारियों का बोझ है — जिसमें वेतन 2,000 करोड़, पेंशन 800 करोड़, कर्ज पर ब्याज 500 करोड़, और मूलधन की अदायगी 100 करोड़ रुपये शामिल हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू को उम्मीद है कि निर्मला सीतारमण के साथ बैठक निर्णायक साबित होगी। वहीं, वह 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया से लगातार पांचवीं बार मुलाकात करेंगे।
इस बैठक में 1 अप्रैल 2026 से लागू होने वाली वित्त आयोग की सिफारिशों पर चर्चा होगी। यदि हिमाचल के पक्ष में सिफारिशें होती हैं, तो सरकार भविष्य में कर्मचारियों और पेंशनरों की देनदारियां चुकाने के साथ विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त धन जुटा सकेगी।
दिल्ली में इन अहम मुलाकातों के बाद मुख्यमंत्री बिहार विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए भी जाएंगे।
31 अक्तूबर को रेणुका जी मेले में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री सुक्खू की 31 अक्तूबर तक प्रदेश वापसी की संभावना है। वह सिरमौर जिले के श्री रेणुका जी में अंतरराष्ट्रीय मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। इसके बाद 2 नवंबर को किन्नौर में आयोजित जनजातीय उत्सव के समापन समारोह में भी हिस्सा लेंगे।
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