शिमला जिले के बागेश्वर गांव में स्थित एक प्राचीन माता मंदिर रविवार सुबह चोरों के निशाने पर आया। इस चोरी की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। जानकारी के अनुसार, चोरों ने मंदिर का मुख्य दरवाजा तोड़कर अंदर रखी नकदी और चांदी के बहुमूल्य आभूषण चुरा लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आसपास के इलाकों में सघन जांच की जा रही है।
घटना का विवरण
पीड़ित रमेश चंद ने बताया कि जब वे रविवार सुबह मंदिर के दर्शन करने गए, तो उन्होंने देखा कि मुख्य दरवाजे का कुंडा टूटा हुआ था और दरवाजा आधा खुला था। उन्होंने तुरंत अंदर जाकर देखा तो पता चला कि दानपात्र का ताला भी टूटा हुआ था और उसमें रखी सारी नकदी गायब थी।
रमेश चंद ने बताया कि यह चोरी न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि भावनात्मक दृष्टि से भी नुकसानदेह है, क्योंकि यह मंदिर उनके परिवार और पूरे गांव के लिए धार्मिक महत्व रखता है।
चोरी का सामान
मंदिर से चोरी किए गए सामान में शामिल हैं:
दानपात्र में रखी नकदी
एक चांदी की छड़ी जिस पर सोने का अंडा जड़ा हुआ था
चार छोटी चांदी की मूर्तियां
11 चांदी के सिक्कों से सजा एक चांदी का हार
पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, चोरी गए सामान की कुल कीमत लगभग 90 हजार रुपये बताई जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही देहा पुलिस स्टेशन ने तुरंत कार्यवाही की। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 331(4) और 305 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे इस मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं और आसपास के CCTV फुटेज और अन्य सुरागों की मदद से आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
चोरी की खबर सुनते ही गांव में तनाव और रोष फैल गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर न केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। लोगों ने पुलिस से आग्रह किया है कि वह जल्दी से जल्दी चोरों को पकड़कर चोरी का सामान बरामद करे।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “यह सिर्फ चोरी नहीं है, यह हमारी संस्कृति और परंपरा के खिलाफ अपराध है। हमें उम्मीद है कि पुलिस आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेगी।”
सुरक्षा की चिंता
स्थानीय लोगों ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि मंदिर को नियमित रूप से पैट्रोलिंग और सुरक्षा कैमरों की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि मंदिरों की सुरक्षा के लिए विशेष दिशा-निर्देश बनाए जाएं।
विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी और ग्रामीण इलाकों में प्राचीन मंदिरों में चोरी की घटनाएं आम हैं, क्योंकि इन स्थानों की सुरक्षा में अक्सर कमी रहती है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे मंदिरों में CCTV कैमरे, सुरक्षा गार्ड और मजबूत ताले लगाना आवश्यक है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए, आसपास के गांवों में नाके लगाकर संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा रही है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर किसी ने कोई संदिग्ध गतिविधि देखी है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
भविष्य की सावधानियां
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति ने यह निर्णय लिया है कि मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं। इसके अंतर्गत नियमित गश्त, सुरक्षा कैमरे, और उच्च गुणवत्ता वाले ताले लगाने की योजना बनाई जा रही है।
निष्कर्ष
शिमला जिले के बागेश्वर गांव में यह चोरी केवल आर्थिक हानि नहीं है, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाले स्थल पर हमला है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमारे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा कितनी जरूरी है। प्रशासन और स्थानीय समुदाय को मिलकर इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय उपाय करने होंगे।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!