भारत में 5G इंटरनेट की दौड़ तेजी से आगे बढ़ रही है, जहां Jio, Airtel, Vodafone और BSNL जैसी कंपनियां अपनी 5G सेवाएं सक्रिय रूप से लॉन्च कर रही हैं। इसके साथ ही, 6G तकनीक पर भी काम शुरू हो गया है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टेलीकॉम सेक्टर की प्रगति और भविष्य पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि भारत का टेलीकॉम क्षेत्र बहुत मजबूत स्थिति में है, और चार बड़ी कंपनियों की मौजूदगी से प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। सिंधिया ने BSNL की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि यह कंपनी टेलीकॉम सेक्टर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कंपनियां 6G तकनीक पर कर रही हैं काम
Jio और Airtel ने भारत में पहले ही अपनी 5G सेवाएं शुरू कर दी हैं, और अब ये कंपनियां 6G तकनीक पर भी तेजी से काम कर रही हैं। वहीं, Vodafone Idea (VI) और BSNL अभी 5G की टेस्टिंग कर रहे हैं। सिंधिया ने BSNL को मजबूत करने पर बल दिया और कहा कि सरकार टेलीकॉम नेटवर्क की गुणवत्ता सुधारने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का प्रयास है कि टैरिफ कम रहें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें।
बेहतर इंटरनेट सेवाओं के लिए प्रयास
यह खबर इसलिए खास है क्योंकि यह दिखाती है कि भारत का टेलीकॉम क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। 5G और 6G जैसी नई तकनीकों से उपभोक्ताओं को बेहतर इंटरनेट सेवाएं मिलेंगी। BSNL को सशक्त बनाने से देश में डिजिटल विभाजन को कम करने में भी मदद मिलेगी। पिछले दो वर्षों में टेलीकॉम क्षेत्र में ₹4.26 लाख करोड़ का निवेश हुआ है, जो इस क्षेत्र की तेज प्रगति को दर्शाता है।
भारत में Jio और Airtel के पास सबसे तेज़ 5G नेटवर्क है, और सरकार नेटवर्क की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कई कदम उठा रही है। BSNL की योजना है कि 2025 के अंत तक अपनी 5G सेवाएं शुरू करे। इससे पहले, कंपनी का लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक 4G सेवाएं पूरे देश में लॉन्च कर दे। 4G की सफलता के बाद, BSNL 6-8 महीनों के भीतर 5G सेवाएं भी शुरू करने की योजना बना रही है।
भारत के टेलीकॉम क्षेत्र में ये बदलाव क्रांतिकारी हैं, जो उपभोक्ताओं को तेज और विश्वसनीय इंटरनेट सेवाएं देने में मदद करेंगे।