शाहपुर, 27 सितंबर 2025: हिमाचल प्रदेश में महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार की सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान चलाया जा रहा है। यह राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित पहल 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक सक्रिय है। इसी अभियान के तहत शनिवार को नागरिक चिकित्सालय लंज और हेल्थ एवं वेलनस सेंटर लपियाना में एक विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचेतक एवं विधायक शाहपुर केवल सिंह पठानिया ने शिविर का शुभारंभ किया। इस महत्वपूर्ण मौके पर उनकी धर्मपत्नी भी उपस्थित रहीं।
उपमुख्य सचेतक का संदेश: स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार
केवल सिंह पठानिया ने कहा कि महिलाओं का स्वास्थ्य सीधे परिवार की मजबूती और समाज के विकास से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि यदि नारी स्वस्थ होंगी तभी परिवार और समाज मजबूत होगा। उनके अनुसार सशक्तिकरण की दिशा में पहला कदम स्वस्थ रहना है।
उन्होंने विशेष रूप से यह भी बताया कि इस स्वास्थ्य शिविर का उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। महिलाओं को सही जानकारी और निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर उनके स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना इस अभियान का प्रमुख लक्ष्य है।

शिविर में उपलब्ध सुविधाएं और सेवाएं
इस स्वास्थ्य शिविर में महिलाओं और किशोरियों के लिए कई विशेष सेवाएं उपलब्ध कराई गईं, जिनमें प्रमुख हैं:
1. स्त्री रोग और प्रसूति सेवाएं: महिलाओं की नियमित जांच, गर्भावस्था संबंधित स्वास्थ्य जाँच।
2. पोषण परामर्श: स्वस्थ आहार, जीवनशैली सुधार और पोषण संबंधी जानकारी।
3. किशोरियों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता: युवतियों को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता, सफाई, अनुशासन और समय पर जांच की जानकारी।
4. निःशुल्क स्वास्थ्य जांच और दवा वितरण: रक्त शर्करा, ब्लड प्रेशर, टीबी स्क्रीनिंग और अन्य जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण।
5. आधार, आभा आईडी और आयुष्मान कार्ड पंजीकरण: स्वास्थ्य योजनाओं और सरकारी लाभों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करना।
इस शिविर में “मेरा भारत अभियान” के तहत निक्षय मित्रों का पंजीकरण भी किया गया। इस पहल से यह सुनिश्चित होता है कि अधिक से अधिक महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
तकनीकी और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का परिचय
उपमुख्य सचेतक ने टांडा अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी को एक बड़ी स्वास्थ्य उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे अत्याधुनिक उपकरण और तकनीकें ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपलब्ध कराना स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच बढ़ाने में सहायक हैं।

फॉरेस्ट विभाग के कुटीर गृह में जन समस्याओं का समाधान
स्वास्थ्य शिविर के बाद केवल सिंह पठानिया ने फॉरेस्ट विभाग के विश्राम गृह में नागरिकों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया और शेष मामलों के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। यह पहल जनता के विश्वास और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का उदाहरण है।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख हैं:
• सीएमओ कांगड़ा: डॉ. विवेक करोल
• बीएमओ: डॉ. कविता पठानिया एवं डॉ. विक्रम कटोच
• आरकेएस कमेटी के सदस्य
• विभिन्न विभागों के अधिकारी
• स्थानीय गणमान्य नागरिक: प्रधान हेमराज, कीकर सिंह और अमित कुमार
उपस्थित सभी अधिकारियों ने कार्यक्रम की सफलता की सराहना की और महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण में अपनी भूमिका निभाने का संकल्प लिया।
स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार: क्यों है महत्वपूर्ण?
हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य में जहां ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्र ज्यादा हैं, वहां महिलाओं का स्वास्थ्य और जागरूकता परिवार और समाज की विकास प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह अभियान न केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करता है, बल्कि सशक्त परिवार और समाज की दिशा में भी कदम बढ़ाता है।
स्वस्थ और शिक्षित महिलाएं बच्चों के पोषण, परिवार के स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण में सक्रिय योगदान देती हैं।
राज्य और स्थानीय स्तर पर पहल का महत्व
केवल सिंह पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जैसे आयुष्मान भारत, मेरा भारत अभियान, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार सभी मिलकर ग्रामीण और शहरी दोनों स्तरों पर महिलाओं की सशक्तिकरण में योगदान दे रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि शिविरों का आयोजन केवल सेवाओं की प्रदायगी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जनजागरूकता और स्वास्थ्य शिक्षा का भी माध्यम है।

शिविर का असर और भविष्य की योजनाएँ
इस स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से:
• महिलाओं में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ी।
• सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिकतम नागरिकों तक पहुँचा।
• स्थानीय प्रशासन और विभागों के बीच समन्वय और त्वरित समाधान की प्रक्रिया को मजबूत किया गया।
इस तरह के शिविर भविष्य में नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि महिलाओं और किशोरियों को स्वस्थ जीवन जीने की दिशा में निरंतर मदद मिलती रहे।
निष्कर्ष
शाहपुर में आयोजित “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान का यह स्वास्थ्य शिविर एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे सरकार और स्थानीय प्रशासन मिलकर महिलाओं की भलाई, स्वास्थ्य और परिवार की सशक्तिकरण सुनिश्चित कर सकते हैं।
केवल सिंह पठानिया की अगुआई और सभी अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी ने इसे सफल बनाया। इस पहल ने साबित कर दिया कि स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की आधारशिला है।
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