Shimla: शिमला में बवाल: अतिक्रमण हटाने पर भड़के तहबाजारी, निगम दफ्तर में घुसकर घंटों हंगामा

शिमला में अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर निगम की कार्रवाई गुरुवार को बड़े विवाद का कारण बन गई। नाराज तहबाजारियों ने सीधे नगर निगम कार्यालय में घुसकर घंटों हंगामा किया। सीटू के बैनर तले जुटे इन तहबाजारियों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। दरअसल, बीते दिन लक्कड़ बाजार से आईजीएमसी तक हुए निरीक्षण में निगम ने अतिक्रमण करने वाले कई तहबाजारियों का सामान जब्त किया था, जिसके बाद से तनाव बढ़ गया था। तहबाजारी प्रशासन पर गरीबों को उजाड़ने का आरोप लगा रहे हैं और एक महिला के हाथ में फ्रैक्चर होने के मामले में निगम कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

परिस्थिति उस समय और बिगड़ गई जब प्रदर्शनकारी नगर निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ. भुवन शर्मा के कार्यालय में पहुंच गए। उन्होंने लंबे समय तक कार्यालय में नारेबाजी जारी रखी। प्रशासन की ओर से शांतिपूर्वक बातचीत का प्रस्ताव भी दिया गया, लेकिन तहबाजारी मानने को तैयार नहीं हुए। हालात तब और गर्मा गए जब प्रदर्शनकारियों का सीधे संयुक्त आयुक्त से विवाद हो गया। परिस्थितियां हाथ से निकलती देख अधिकारी कार्यालय से बाहर चले गए। इसी बीच तहबाजारी प्रशासन पर पुलिस में दर्ज शिकायत वापस लेने का दबाव भी बनाते रहे।

निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ. भुवन शर्मा ने बताया कि बुधवार को लक्कड़ बाजार में निरीक्षण के दौरान निगम वाहन को रोकने और सरकारी कार्य में बाधा डालने पर 13 तहबाजारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इससे पहले भी माल रोड पर निगम कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। निगम कार्यालय में प्रदर्शन के बाद तहबाजारी एसपी और डीएसपी से भी मिले और निगम की कार्रवाई को तानाशाही बताया।

नगर निगम पहुंचने से पहले तहबाजारियों ने सीटू के बैनर तले डीसी ऑफिस के बाहर भी प्रदर्शन किया। सीटू के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा और यूनियन पदाधिकारियों ने निगम पर आरोप लगाया कि वह दुकानदारों पर कार्रवाई नहीं कर रहा, बल्कि गरीब तहबाजारियों को निशाना बना रहा है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने कथित शोषण बंद नहीं किया तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।

वहीं दूसरी ओर, शिमला व्यापार मंडल ने निगम की कार्रवाई का समर्थन किया है। व्यापार मंडल अध्यक्ष हरजीत सिंह मंगा का कहना है कि केवल पंजीकृत तहबाजारियों को ही शहर में बैठने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने अवैध तरीके से बैठकर सड़कें घेरने वालों पर की गई कार्रवाई को सही ठहराया। मंगा ने यह भी कहा कि तहबाजारियों को जल्द ही आजीविका भवन के वैंडिंग जोन में शिफ्ट किया जाना चाहिए और बाहर से आने वाले असंगठित विक्रेताओं पर रोक लगानी जरूरी है ताकि शहर की यातायात व्यवस्था बाधित न हो।

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