शिमला: पेड़ लगाने के लिए जिम्मेदार नर्सरी में काम कर रहे कर्मचारियों को करीब डेढ़ वर्ष से वेतन नहीं मिल रहा है। पांगी के जनजातीय क्षेत्र में काम करने वाले 54 कर्मचारियों को अप्रैल 2023 से वेतन का इंतजार है। इस देरी के कारण कर्मचारियों में रोष है और वे गंभीर कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। ये दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी चम्बा वन मंडल के तहत काम करते हैं और नर्सरी में पौधे तैयार करते हैं, जिन्हें वन महोत्सव के दौरान रोपित किया जाता है। ये कर्मचारी अप्रैल से नवम्बर तक कार्य करते हैं और इसके बाद चार महीने की छुट्टी होती है।
इन कर्मचारियों को मासिक ₹9,000 से ₹9,800 तक का वेतन मिलता है, लेकिन अप्रैल 2023 से उन्हें वेतन नहीं मिला है। लगभग छह महीने पहले, इन्होंने अपने वेतन का मुद्दा राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के सामने उठाया था, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है। इसके अलावा, इन्होंने अपनी मांगें डीएफओ पांगी, सीसीएफ चम्बा और अन्य संबंधित अधिकारियों से भी उठाई हैं। अब ये कर्मचारी मुख्यमंत्री से मिलने पर विचार कर रहे हैं। इसी तरह की स्थिति अन्य स्थानों पर तैनात नर्सरी कर्मचारियों की भी है।
बजट लैप्स के कारण आई समस्या पिछले वित्तीय वर्ष के बजट के लैप्स होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। जानकारी के अनुसार, वन विभाग पर करीब ₹134 करोड़ की देनदारियां थीं, लेकिन अब धीरे-धीरे विभाग इनकी अदायगी कर रहा है।
जब बजट आएगा, तब होगी पेमैंट: देवेंद्र डीएफओ पांगी देवेंद्र ने संपर्क करने पर बताया कि इन कर्मचारियों को दो माह का वेतन दे दिया गया है। शेष बचे वेतन के लिए बजट की मांग की गई है। जैसे ही बजट आएगा, वेतन की अदायगी कर दी जाएगी।
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