कानपुर समाचार: कानपुर के किदवई नगर स्थित “मामा-भांजे” रेस्टोरेंट में सोमवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि रेस्टोरेंट में परोसी जा रही वेज बिरयानी और कबाब में मांस मिलाया जा रहा है। इस सूचना पर बजरंग दल के कई सदस्य रेस्टोरेंट पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह रेस्टोरेंट विशेष समुदाय के लोग नाम बदलकर चला रहे हैं और लोगों को धोखा देकर मांसाहारी भोजन परोस रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही किदवई नगर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और रेस्टोरेंट के मालिक से पूछताछ की। मालिक ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके यहां वेज खाने में कोई मांस नहीं मिलाया जाता है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि जांच के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
जानकारी यह भी मिली है कि रेस्टोरेंट का मालिक मुबीन अहमद है, जो माथे पर टीका लगाकर खुद को हिंदू बताता था। इसी कारण से बजरंग दल के कार्यकर्ता ज्यादा आक्रोशित हो गए। पुलिस ने स्थिति को शांत करने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया था कि सभी खाद्य व्यापारियों को अपने असली नाम उजागर करने होंगे, ताकि जनता को पता चल सके कि प्रतिष्ठान का संचालन कौन कर रहा है। बजरंग दल ने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट का मालिक और कर्मचारी, दोनों ही अपनी असली पहचान छुपाकर काम कर रहे थे।
बजरंग दल के नगर संयोजक विशाल कनौजिया और जिला सह संयोजक विशाल बजरंगी समेत कई कार्यकर्ताओं ने पुलिस से शिकायत की। उन्होंने कहा कि यह रेस्टोरेंट धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। इस घटना के बाद करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा और रेस्टोरेंट के मालिकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेस्टोरेंट के खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर उन्हें खाद्य सुरक्षा विभाग को भेज दिया है। जांच के लिए रेस्टोरेंट को फिलहाल बंद कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।