धर्मशाला, 01 अक्तूबर 2025: कांगड़ा जिले में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने और हादसों की घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से उपायुक्त हेमराज बैरवा ने जिले में सभी ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर उन्हें समयबद्ध तरीके से दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई और संबंधित एसडीएम को निर्देशित किया कि सड़क हादसों की संभावित जगहों पर विशेष सुरक्षा मापदंडों को लागू किया जाए। इसके लिए उन्होंने रविवार को जिला प्रशासन के एनआईसी सभागार में आयोजित रोड सेफ्टी बैठक की अध्यक्षता की।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बैठक में बताया कि परिवहन विभाग के ऑनलाइन पोर्टल के अनुसार कांगड़ा जिले में करीब 200 ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं, जहां पिछले कुछ वर्षों में दो या उससे अधिक लोगों की जान सड़क हादसों में गई है। इन ब्लैक स्पॉट्स की सूची तैयार कर उपमंडलाधिकारियों को भेजी जा रही है, ताकि उपमंडल स्तर पर लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई के साथ समन्वय स्थापित कर इन स्थानों पर सुधारात्मक कार्य किए जा सकें। उनका उद्देश्य है कि भविष्य में इन स्थानों पर होने वाले सड़क हादसों को रोकना संभव हो।
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों के निर्माण में सुरक्षा मापदंडों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सड़क का निर्माण केवल तय समय पर पूरा करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि निर्माण की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का भी पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके अलावा, जहां संपर्क मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग या हाईवे से मिलते हैं, वहां सेंसर लगाने के साथ दुर्घटना संभावित स्थानों पर बार मार्किंग करना भी अनिवार्य किया गया है। इस दिशा में उच्च अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
बैठक में उपायुक्त ने ओवरलोडिंग की समस्या पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि सुबह और शाम के समय जिन मार्गों पर ओवरलोडिंग की स्थिति होती है, परिवहन विभाग उन मार्गों की समीक्षा करें और ओवरलोडिंग से निजात दिलाने के लिए कारगर कदम उठाएं। इससे न केवल आम जनता को होने वाली असुविधा कम होगी, बल्कि सड़क सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सड़क हादसों के समय वाहनों के सभी आवश्यक कागजातों की जांच भी प्रभावी तरीके से की जाए, ताकि दुर्घटनाओं के सही कारण का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ब्लैक स्पॉट्स की पहचान के बाद उनकी मरम्मत और सुधार कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे जिले में लागू किया जाए। उनका मानना है कि जब तक सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित नहीं होगा और संभावित खतरनाक स्थानों को सुधार नहीं किया जाएगा, तब तक सड़क दुर्घटनाओं पर पूर्ण नियंत्रण पाना संभव नहीं है।
बैठक में आरटीओ मनीष सोनी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कांगड़ा जिले में अब तक सड़क सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने ब्लैक स्पॉट्स की पहचान, सड़क संकेतक, सुरक्षा मानक और सड़क मार्ग पर चेतावनी संकेतों के माध्यम से दुर्घटना कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि सड़क सुरक्षा के प्रति आम जनता को जागरूक करना भी आवश्यक है।
उपायुक्त ने कहा कि ब्लैक स्पॉट्स पर उचित दिशा-निर्देश और चेतावनी संकेतों के साथ-साथ हाईवे अथॉरिटी और लोक निर्माण विभाग की सक्रिय भूमिका भी जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क के चौड़े और संकरी दोनों प्रकार की जगहों पर यातायात नियंत्रण और सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं। इससे न केवल दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी, बल्कि आम जनता और वाहन चालकों के जीवन की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
बैठक में उपस्थित एसडीएम नगरोटा, एसडीएम धर्मशाला और लोक निर्माण विभाग तथा एनएचएआई के अधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में ब्लैक स्पॉट्स की पहचान और मरम्मत कार्य की योजना प्रस्तुत करने लगे। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर हाल ही में छोटे-मोटे सुधार किए गए हैं, लेकिन व्यापक स्तर पर कार्य अभी लंबित है। उपायुक्त ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की लापरवाही और देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहें।
उपायुक्त ने कहा कि ब्लैक स्पॉट्स की समयबद्ध मरम्मत से सड़क हादसों में कमी आएगी और आम जनता को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होगी। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि सड़क दुर्घटनाओं और सुरक्षा उपायों के संबंध में नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, ताकि जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा की वास्तविक स्थिति से अवगत रहे और आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
इस अवसर पर एडीएम शिल्पी बेक्टा, एसडीएम नगरोटा, एसडीएम धर्मशाला, एनएचएआई के अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बैठक के समापन में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि ब्लैक स्पॉट्स के सुधार कार्य को प्राथमिकता दें और सड़क सुरक्षा उपायों को प्रभावी रूप से लागू करें।
कुल मिलाकर, कांगड़ा जिले में ब्लैक स्पॉट्स की मरम्मत और सड़क सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने के लिए उपायुक्त द्वारा निर्देशित कदम सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण साबित होंगे। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा अब केवल नियमों का पालन ही नहीं बल्कि ब्लैक स्पॉट्स की समयबद्ध मरम्मत और दुर्घटना संभावित स्थानों पर सुधार कार्यों को सुनिश्चित करने का काम है।
यह कदम कांगड़ा जिले में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है, जो आने वाले समय में सड़क हादसों की संख्या को कम करने और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अवसर प्रदान करने में सहायक होगा।
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