हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा 30 विषयों के लिए पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा आयोजित
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (HPU) ने रविवार को 30 विषयों के लिए पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया। इस परीक्षा में कुल 571 उम्मीदवारों ने भाग लिया, जबकि 327 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे, जबकि कुल 898 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
यह परीक्षा धर्मशाला कॉलेज और विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में आयोजित की गई थी। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के विषयों जैसे मैनेजमेंट, कामर्स, एनवायरनमेंटल साइंस, एजुकेशन, इंग्लिश, हिंदी और कई अन्य शामिल थे। यह प्रवेश परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए थी, जो इन विषयों में पीएच.डी. करना चाहते थे, और यह राज्य में उच्च शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
विषयों और उपस्थिति का विस्तृत विवरण
जिन विषयों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई, उनमें निम्नलिखित शामिल थे:
- मैनेजमेंट: 21 उम्मीदवार
- कामर्स: 47 उम्मीदवार
- एनवायरनमेंटल साइंस: 12 उम्मीदवार
- एजुकेशन: 34 उम्मीदवार
- इंग्लिश: 59 उम्मीदवार
- हिंदी: 43 उम्मीदवार
- पंजाबी: 2 उम्मीदवार
- संस्कृत: 16 उम्मीदवार
- जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन: 6 उम्मीदवार
- न्यू मीडिया: 3 उम्मीदवार
- कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी एंड बायो फार्मेसी: 7 उम्मीदवार
- प्लांट साइंस: 28 उम्मीदवार
- एनिमल साइंस: 20 उम्मीदवार
- मैथेमैटिक्स: 17 उम्मीदवार
- कम्प्यूटर साइंस एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी: 2 उम्मीदवार
- लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस: 5 उम्मीदवार
- विज़ुअल आर्ट्स: 3 उम्मीदवार
- फिजिक्स: 14 उम्मीदवार
- कैमेस्ट्री: 9 उम्मीदवार
- इकोनॉमिक्स: 9 उम्मीदवार
- सोशल वर्क: 4 उम्मीदवार
- समाजशास्त्र: 36 उम्मीदवार
- इतिहास: 45 उम्मीदवार
- राजनीतिक शास्त्र: 39 उम्मीदवार
- टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट: 9 उम्मीदवार
- अम्बेडकर स्टडीज़: 4 उम्मीदवार
- योगा स्टडीज़: 34 उम्मीदवार
- दीनदयाल उपाध्याय स्टडीज़: 26 उम्मीदवार
- जम्मू-कश्मीर स्टडीज़: 10 उम्मीदवार
दिलचस्प बात यह है कि Center for Promotion of Ecological, Adventure, Health & Culture Tourism विषय के लिए कोई भी उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित नहीं हुआ।
भाषा विषयों में पीएच.डी. के लिए कम हो रहा रुझान
इस साल एक विशेष ट्रेंड देखा गया है, जो भाषा विषयों के लिए पीएच.डी. में रुचि में गिरावट को दर्शाता है। उदाहरण के लिए, हिंदी विषय के लिए 77 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से केवल 43 उम्मीदवार ही परीक्षा में उपस्थित हुए। इसी तरह, अंग्रेजी विषय के लिए 103 में से 59 उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए, जबकि संस्कृत में 19 में से 16 उम्मीदवार पहुंचे। पंजाबी में, 4 में से केवल 2 उम्मीदवार ही परीक्षा में शामिल हुए।
यह रुझान इस बात का संकेत हो सकता है कि उम्मीदवारों के बीच भाषा आधारित पीएच.डी. कार्यक्रमों में कम रुचि हो रही है, और वे उन विषयों को प्राथमिकता दे रहे हैं जो अधिक अंतरविभागीय या तकनीकी अवसर प्रदान करते हैं।
परिणाम और भविष्य की संभावनाएं
पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा के परिणाम 3 जनवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे। परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों को अब परिणाम का बेसब्री से इंतजार है, जो यह निर्धारित करेगा कि वे विश्वविद्यालय द्वारा पेश किए गए प्रतिष्ठित पीएच.डी. कार्यक्रमों में प्रवेश पा सकते हैं या नहीं।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों, जिनमें रजिस्ट्रार सुमन शर्मा भी शामिल हैं, ने आश्वासन दिया है कि परिणाम समय पर घोषित किए जाएंगे और उसके बाद प्रवेश प्रक्रिया सुचारु रूप से आगे बढ़ेगी। जो उम्मीदवार सफलता प्राप्त करेंगे, वे अपनी पसंदीदा अध्ययन शाखाओं में शोध की शुरुआत करेंगे और क्षेत्र में अकादमिक और शोध योगदान करेंगे।
समग्र रूप से परीक्षा में भागीदारी और आयोजित विषयों की विविधता यह दर्शाती है कि राज्य में शोध आधारित शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ रही है। पीएच.डी. कार्यक्रम उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय इस क्षेत्र में भविष्य के शैक्षिक विकास में अपना योगदान दे रहा है।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!