हिमाचल प्रदेश: मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वन्य जीव प्रभाग द्वारा चलाए जा रहे अडॉप्शन प्रोग्राम के तहत राज्य पक्षी जुजुराना को गोद लिया है। उन्होंने इस पक्षी के खर्च के लिए अपनी आय से 13 हजार रुपए सालाना देने का फैसला किया है। उन्होंने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे भी चिड़ियाघरों में रखे वन्य जीवों को एक साल के लिए गोद लें और उनकी देखभाल करें, जिसके लिए एक निर्धारित राशि का भुगतान करना होता है।
शिमला के पोटर हिल में बुधवार को 73वें वन्य जीव सप्ताह का उद्घाटन करते हुए, विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि पोटर हिल को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने हाल ही में 5 हैक्टेयर भूमि की स्वीकृति दी है। उन्होंने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए युवाओं से उनके पदचिन्हों पर चलकर अपने लक्ष्यों को हासिल करने का आह्वान किया।
मंत्री ने वन्य जीवों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया, यह कहते हुए कि इंसानों ने वन्य जीवों के क्षेत्रों में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है। वन्य जीव अब रिहायशी क्षेत्रों में सक्रिय हो रहे हैं, जिससे सुरक्षा के कारण लोग उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने वन्य जीवों के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर, राज्य एड्स नियंत्रण समिति ने HIV मुक्त हिमाचल के लिए लोगों को शपथ दिलाई।
पीसीसीएफ वन्य जीव, अमिताभ गौतम ने बताया कि 2 से 8 अक्टूबर तक वन्य जीव सप्ताह के तहत कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। इनमें 3 अक्टूबर को चीड़ फिजेंट को छोड़ना, 4 अक्टूबर को कहानी सुनाने का सत्र, 5 अक्टूबर को साइकिल रैली, 6 अक्टूबर को मिनी मैराथन, 7 अक्टूबर को संगोष्ठी, और 8 अक्टूबर को समापन कार्यक्रम शामिल हैं।