Kangra: हिमाचल में खेलों की तस्वीर बदल रही है, करोड़ों के इनाम और आधुनिक सुविधाओं से उभर रहे नए चैंपियन: गोमा

युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेल अधोसंरचना का तेजी से विकास किया जा रहा है और खेलों को ग्राउंड लेवल से ग्लोबल स्तर तक पहुंचाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। वह शनिवार को धर्मशाला के इंडोर स्टेडियम में कांगड़ा वैली कार्निवल के तहत आयोजित कबड्डी, बैडमिंटन और वॉलीबॉल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करने के बाद बोल रहे थे।

यादविंद्र गोमा ने कहा कि राज्य सरकार के लिए खेलों को बढ़ावा देना सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। युवाओं को खेलों की ओर प्रोत्साहित करने के लिए आधुनिक खेल सुविधाएं, आकर्षक पुरस्कार राशि, बेहतर डाइट मनी और रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाया जा रहा है, ताकि वे सामाजिक बुराइयों से दूर रहें और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार खेल गतिविधियों को व्यापक स्तर पर बढ़ावा दे रही है, जबकि पूर्व सरकारों के समय इस क्षेत्र की अनदेखी हुई। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत खेल कोटा निर्धारित किया गया है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष में खेल गतिविधियों पर लगभग चार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। राज्य भर में खेल मैदानों के निर्माण, रखरखाव और आधुनिक सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

खेल मंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों की मेहनत को सम्मान देने के लिए पुरस्कार राशि में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की गई है। ओलंपिक, विंटर ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को अब पांच करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को तीन करोड़ और कांस्य पदक विजेता को दो करोड़ रुपये दिए जाएंगे। एशियाई और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं की राशि 50 लाख रुपये से बढ़ाकर चार करोड़, रजत पदक विजेताओं की राशि 30 लाख से बढ़ाकर 2.50 करोड़ और कांस्य पदक विजेताओं की राशि 20 लाख से बढ़ाकर 1.50 करोड़ रुपये कर दी गई है।

इसी तरह राष्ट्रमंडल और पैरा राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को अब तीन करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को दो करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बेहतर खेल अधोसंरचना और प्रोत्साहन योजनाओं के चलते हिमाचल में नई पीढ़ी के खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं और प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन कर रहे हैं।

प्रतियोगिताओं के परिणामों की बात करें तो कबड्डी की लड़कों की स्पर्धा में सेंट मैरी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर विजेता रही, जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धर्मशाला दूसरे स्थान पर रही। लड़कियों की कबड्डी स्पर्धा में भी सेंट मैरी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर ने पहला और धर्मशाला गर्ल्स की टीम ने दूसरा स्थान हासिल किया।

बैडमिंटन सिंगल स्पर्धा में प्रिया प्रथम, राव्या द्वितीय और प्रांजल तृतीय स्थान पर रहीं। डबल्स स्पर्धा में राव्या और प्रिया ने पहला तथा प्रांजल और भावना ने दूसरा स्थान हासिल किया। पुरुष वर्ग में सिंगल स्पर्धा में निशांत पहले और कनव दूसरे स्थान पर रहे, जबकि डबल्स में शिवेंद्दीप और निशांत विजेता रहे तथा कनव और निर्जल उपविजेता बने।

वॉलीबॉल की लड़कियों की स्पर्धा में टीम कांगड़ा ने पहला और धर्मशाला धुरंधर ने दूसरा स्थान हासिल किया। लड़कों की वॉलीबॉल स्पर्धा में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ब्यास धर्मशाला विजेता रही, जबकि सेंट मैरी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर दूसरे स्थान पर रही।

इस अवसर पर नगर निगम धर्मशाला की मेयर नीनू शर्मा, पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी, बाघणी पंचायत के प्रधान सुरेश पप्पी, पार्षद अनुराग, एसडीएम मोहित रत्न और उप निदेशक पर्यटन विनय धीमान सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!

Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!