शिमला, 25 अक्तूबर – हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के विशेष दिवाली तोहफे ने गंभीर रूप से दिव्यांग भाई-बहन के जीवन में खुशी भर दी। उन्हें लगा जैसे उनके जीवन का एक बड़ा सपना साकार हो गया जब उन्हें ऑटोमेटिक व्हीलचेयर भेंट की गई।
सोलन जिले के ममलीग की उप-तहसील के गांव पांजणी की अनीता (18) और उसके भाई सुनील (21) सेरिब्रल पालसी के कारण जन्म से ही पूर्ण रूप से दिव्यांग हैं। बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाले इस परिवार का भरण पोषण उनके पिता बाबूराम दिहाड़ी मजदूरी कर के करते हैं। गरीबी के चलते अब तक उनके परिवार के पास बच्चों के लिए उचित साधन नहीं थे, लेकिन राज्यपाल के इस तोहफे से अब उनके जीवन में नई उम्मीद जगी है।
उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने राज्यपाल को अनीता और सुनील की दिव्यांगता के बारे में अवगत कराया और उनसे बैटरी चलित व्हीलचेयर देने की अपील की। राज्यपाल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्रॉस की ओर से दो व्हीलचेयर भेंट करने का आदेश दिया।
उनकी माता बीना देवी ने बताया कि बच्चे चल फिर नहीं सकते और स्पष्ट बोलने में भी अक्षम हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण इन बच्चों का अधिकतर समय एक ही स्थान पर बैठे रहना पड़ता था। अब नई व्हीलचेयर मिलने से वे घर के पास खुली जगह में थोड़ा घूम फिर सकेंगे।
बाबूराम और बीना का एक और बेटा है जो बारहवीं के बाद नौकरी की तलाश कर रहा है। परिवार का आईआरडीपी कार्ड न होने के कारण उन्हें राशन महंगे दामों पर खरीदना पड़ता है। बीना देवी ने कहा कि दिवाली पर राज्यपाल से इस तरह का उपहार मिलने की उन्हें कभी उम्मीद भी नहीं थी।
राज्य रेडक्रॉस के सहायक सचिव संजीव शर्मा ने बताया कि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल अब तक बीपीएल परिवारों के गंभीर रूप से दिव्यांग लोगों को लगभग 20 ऑटोमेटिक व्हीलचेयर भेंट कर चुके हैं।
इस उपहार को उनके घर पहुंचाने के दौरान रेडक्रॉस के वीरेंद्र बिष्ट के साथ-साथ उमंग फाउंडेशन के प्रो. श्रीवास्तव, विनोद योगाचार्य, राजेश कश्यप और स्थानीय समाजसेवी सोहनलाल परिहार ने विशेष भूमिका निभाई।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!