धर्मशाला, 1 अक्टूबर 2025: अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर कांगड़ा जिले में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त हेम राज बैरवा ने ‘‘वरिष्ठ कांगड़ा – समर्थ कांगड़ा’’ नामक वर्षव्यापी अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले के प्रत्येक पंचायत और समुदाय स्तर पर वरिष्ठ मंडलों का गठन करना और वरिष्ठ नागरिकों की आपदा जोखिम न्यूनीकरण में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है।
उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि समाज में जहाँ बुजुर्ग सुरक्षित और सशक्त हैं, वही समाज वास्तव में समर्थ और विकसित माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव और ज्ञान समाज की युवा शक्ति के साथ मिलकर समाज को अधिक सुदृढ़ और सुरक्षित बनाने में सहायक हैं। इस अभियान के माध्यम से बुजुर्गों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सहभागिता को प्राथमिकता दी जाएगी।
इस पहल के अंतर्गत जिले के प्रत्येक उपमंडल में वरिष्ठ मंडलों का गठन किया जाएगा, जिनकी अध्यक्षता संबंधित एसडीएम और तहसीलदार करेंगे। इन मंडलों को नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि आपदा के समय वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, ग्राम पंचायत स्तर पर भी वरिष्ठ मंडलों का गठन किया जाएगा, जो स्थानीय स्तर पर बुजुर्गों के लिए सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों में सहयोग करेंगे।
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पंचायत राज संस्थाएँ, स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय युवा सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। अभियान के दौरान वरिष्ठ सुरक्षा योजनाओं का निर्माण किया जाएगा और वास्तविक परिस्थितियों के अनुसार माॅक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिससे उन्हें समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।
अभियान का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए स्वयं सहायता समूहों का संगठन करना है। इन समूहों के माध्यम से बुजुर्ग आपसी सहयोग और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ नागरिकों और युवाओं के बीच संवाद स्थापित करने के लिए स्कूलों और एनएसएस के माध्यम से इंटर्जेनरेशनल संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस पहल से बुजुर्ग और युवा पीढ़ी के बीच अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान संभव होगा, जिससे समुदाय और अधिक मजबूत और सहयोगात्मक बनेगा।
उपायुक्त ने कहा कि ‘‘वरिष्ठ कांगड़ा – समर्थ कांगड़ा’’ अभियान केवल वरिष्ठ नागरिकों के संरक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उन्हें सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाने का भी प्रयास है। अभियान के तहत बुजुर्गों को डिजिटल साक्षरता, स्वास्थ्य देखभाल, आपदा प्रबंधन और सामाजिक सहभागिता के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे बुजुर्ग समाज में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगे और स्वयं की सुरक्षा के साथ-साथ समाज की सुरक्षा में भी योगदान देंगे।
इस पहल के माध्यम से आपदा प्रबंधन की तैयारी में सुधार किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव का लाभ उठाकर युवा वर्ग को आपदा के समय तेज और प्रभावी निर्णय लेने की क्षमता सिखाई जाएगी। वहीं बुजुर्गों को भी आपदा के समय सही कदम उठाने और अपने परिवार एवं समुदाय की सुरक्षा में मदद करने का अवसर मिलेगा।
अभियान में पंचायतों को भी विशेष जिम्मेदारी दी गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर वरिष्ठ मंडलों का गठन कर बुजुर्गों को आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा, प्रत्येक उपमंडल में आयोजित प्रशिक्षण में वरिष्ठ नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस प्रकार अभियान का लाभ न केवल बुजुर्गों को मिलेगा बल्कि पूरे समाज को स्थायी सुरक्षा और सशक्तिकरण का संदेश भी प्राप्त होगा।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि अभियान में स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी। इन संस्थाओं के माध्यम से बुजुर्गों को नियमित स्वास्थ्य जांच, पोषण और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, बुजुर्गों के लिए खेल, योग और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा, जिससे उनका मानसिक और सामाजिक विकास भी सुनिश्चित होगा।
‘‘वरिष्ठ कांगड़ा – समर्थ कांगड़ा’’ अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में सभी विभागों और स्थानीय समुदायों के सहयोग की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पंचायत राज संस्थाएँ और स्वयंसेवी संगठन मिलकर वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सशक्तिकरण में योगदान देंगे। युवाओं को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा, जिससे बुजुर्ग और युवा पीढ़ी के बीच मजबूत सामंजस्य स्थापित होगा।
अभियान के दौरान बुजुर्ग नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए डिजिटल तकनीक का भी उपयोग किया जाएगा। मोबाइल ऐप्स और हेल्पलाइन सेवाओं के माध्यम से बुजुर्गों को आपात स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, स्वास्थ्य शिविरों और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उन्हें नियमित स्वास्थ्य जांच और जानकारी प्रदान की जाएगी।
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने इस अवसर पर सभी नागरिकों से अपील की कि वे ‘‘वरिष्ठ कांगड़ा – समर्थ कांगड़ा’’ अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा तथा सशक्तिकरण में योगदान दें। उन्होंने कहा कि जहां बुजुर्ग सुरक्षित हैं, वही समाज वास्तव में समर्थ है, और यह अभियान बुजुर्गों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इस अभियान से कांगड़ा जिले में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सशक्तिकरण को मजबूती मिलेगी। साथ ही युवा पीढ़ी और बुजुर्गों के बीच अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान सुनिश्चित होगा। ‘‘वरिष्ठ कांगड़ा – समर्थ कांगड़ा’’ अभियान एक मिसाल बनेगा, जो पूरे प्रदेश के लिए वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रेरणास्रोत साबित होगा।
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने अंत में कहा कि यह पहल बुजुर्गों के अनुभव और समाज की युवा ऊर्जा के संगम से बुजुर्गों को सुरक्षित और समाज को समर्थ बनाएगी। अभियान में स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पंचायत राज संस्थाएँ, स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय युवा मिलकर काम करेंगे, ताकि वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और समाज की सशक्तता सुनिश्चित हो सके।
इस प्रकार ‘‘वरिष्ठ कांगड़ा – समर्थ कांगड़ा’’ अभियान न केवल वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देगा, बल्कि पूरे समुदाय को अधिक सुरक्षित, सशक्त और सहयोगात्मक बनाएगा।
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