बिलिंग, दुनिया की सर्वोत्तम पैराग्लाइडिंग साइटों में शामिल
कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश के बीड़-बिलिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर की पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आयोजन प्रदेश की पहचान और पर्यटन को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष और पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आर.एस. बाली ने इस आठ दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। उनके साथ मुख्य संसदीय सचिव पशुपालन, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के किशोरी लाल भी विशेष रूप से इस अवसर पर उपस्थित रहे।
आर.एस. बाली ने कहा कि बीड़-बिलिंग दुनिया की सबसे बेहतरीन और अनोखी पैराग्लाइडिंग साइटों में से एक है। यहाँ की सुंदरता और उड़ान के अनुकूल जलवायु इसे पैराग्लाइडिंग के शौकीनों के लिए पसंदीदा स्थल बनाती है। इस आयोजन से न केवल हिमाचल की संस्कृति और सौंदर्य को विश्व पटल पर उजागर किया जा रहा है, बल्कि प्रदेश की पर्यटन गतिविधियों को भी नया आयाम मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की नेतृत्व क्षमता और सकारात्मक सोच से यह आयोजन संभव हो पाया है, जो हिमाचल के विकास में एक नया अध्याय जोड़ने का काम करेगा।
साहसिक खेलों की असीम संभावनाएं
आर.एस. बाली ने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार इन खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। बीड़-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग की इस वर्ल्ड-कप प्रतियोगिता का आयोजन, राज्य के साहसिक खेल पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध हो सकता है। वर्ष 2015 के बाद यहाँ दूसरी बार इस तरह की विश्वस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन से स्थानीय पायलटों और लोगों को लाभ मिलेगा और उन्हें विश्व के बेहतरीन पैराग्लाइडिंग पायलटों से सीखने का अवसर भी प्राप्त होगा।
प्रतिभागियों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम
इस बार की प्रतियोगिता में 26 देशों से 94 पायलट भाग ले रहे हैं। इनमें से 32 भारतीय पायलट शामिल हैं और 7 महिला पायलट भी इस प्रतिस्पर्धा में शामिल हैं। आठ दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। सुरक्षा के लिए दो हेलीकॉप्टर, 7 स्वास्थ्य टीमें और एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। इसके साथ ही, छह-छह रेस्क्यू और रिट्रीवल टीमें भी मौजूद रहेंगी, जो अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान, मनाली से प्रशिक्षित लोगों द्वारा संचालित की जा रही हैं।
बीड़-बिलिंग की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता
आर.एस. बाली ने कहा कि बीड़-बिलिंग घाटी का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। इसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है, जहाँ देवी-देवताओं का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। यहाँ के लोग अपनी संस्कृति से गहरा लगाव रखते हैं, और बीड़-बिलिंग में आयोजित प्रतियोगिताएं दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों और प्रतिभागियों को हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से रूबरू कराती हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए विशेष प्रयास कर रही है।
विकास के लिए विशेष अनुदान
आर.एस. बाली ने घोषणा की कि बीड़ में लैंडिंग साइट के लिए 60 लाख रुपये और अन्य सुविधाओं के लिए 7 लाख रुपये जारी किए गए हैं। इसके अलावा, प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए उन्होंने 35 लाख रुपये की भी घोषणा की। इस आयोजन से इस क्षेत्र के लोगों की आजीविका में सुधार होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने खीर गंगा घाट पार्किंग में लिफ्ट लगाने की भी घोषणा की, जिससे इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को और भी सुविधा मिल सकेगी।
हवन का आयोजन और धार्मिक आस्था
पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता की सफलता, सुरक्षा और शांति के उद्देश्य से भारतीय संस्कृति के अनुरूप एक शांति हवन का आयोजन भी किया गया। इस हवन में विदेशी प्रतिभागियों ने भी हिस्सा लिया। भारतीय संस्कृति की अनोखी झलक और परंपरा के अनुसार आयोजित इस हवन ने प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को सुरक्षा का आशीर्वाद प्रदान किया।
बीड़ कार्निवल में सांस्कृतिक झलक
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रतियोगिता के दौरान विदेशी प्रतिभागियों और मेहमानों को हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से परिचित कराने के लिए बीड़ कार्निवल की घोषणा की थी। यह कार्निवल 6 से 8 नवम्बर तक बीड़ में आयोजित किया जाएगा, जिसमें हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में हिमाचल की स्थानीय संस्कृति, नृत्य, संगीत और कला का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे विदेशी मेहमान और अन्य दर्शक प्रदेश की अनमोल सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव कर सकेंगे।
समापन और मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
इस आयोजन में बीपीए के अध्यक्ष अनुराग शर्मा, पूर्व विधायक सुरिंदर काकू, प्रदेश एससी सेल के उपाध्यक्ष रविन्द्र बिट्टू, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंदर जम्वाल, आयोजन निदेशक सुरेश ठाकुर, महासचिव चमेल सिंह, ऐरो क्लब ऑफ इंडिया के ऑब्जर्वर अरविंद ओक, पीडब्ल्यूसीए के अध्यक्ष गोरान दिमिशकोव्स्की, स्कोरर डेनियल डिमोव, सुरक्षा एवं पुनर्प्राप्ति प्रबंधक इवान लुकानोव, अन्ना बर्गर, एसडीएम बैजनाथ डीसी ठाकुर, डीएसपी अनिल शर्मा, सीएमओ डॉ. राजेश गुलेरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्थानीय गणमान्य व्यक्ति और 26 देशों के प्रतिभागी उपस्थित रहे।
यह आयोजन हिमाचल प्रदेश के पर्यटन और साहसिक खेलों के क्षेत्र में नए अवसरों को बढ़ावा देगा, साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की एक नई पहचान बनाएगा।
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