भोरंज, 7 नवंबर। हिमाचल प्रदेश के भोरंज क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बुजुर्ग की देखभाल के लिए रखे गए केयरटेकर ने ₹1.59 लाख की ऑनलाइन ठगी को अंजाम दिया। भोरंज पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए आरोपी को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया है।

ऐसे रचा ठगी का चालाक जाल
जानकारी के अनुसार, भरेड़ी निवासी सुशील कुमार ने 4 नवंबर को पुलिस में शिकायत दी थी कि उन्होंने अपने पिता की सेवा के लिए विक्रम मंडल नाम के व्यक्ति को केयरटेकर के रूप में नियुक्त किया था। लेकिन कुछ ही दिनों बाद, आरोपी ने बुजुर्ग के मोबाइल फोन से ₹1,59,002 रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए और फरार हो गया।
जब परिवार ने फोन की जांच की तो सामने आया कि आरोपी ने मोबाइल के चार्जिंग और सिम पोर्ट में फैवीक्विक डाल दी थी, ताकि कोई फोन चालू न कर सके। साथ ही, सिम कार्ड भी गायब था। यह सबूत मिटाने की आरोपी की सोची-समझी साजिश थी।
पुलिस ने बनाई विशेष जांच टीम
शिकायत के बाद थाना भोरंज में भारतीय न्याय संहिता की धारा 305 और 318(4) के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी प्रशांत ठाकुर ने एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की।

इस टीम में हेड कांस्टेबल ललित कुमार, कांस्टेबल दिलबाग सिंह, और तकनीकी विशेषज्ञ पंकज व अतुल शामिल थे। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य, बैंक ट्रांजैक्शन और मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच आगे बढ़ाई।
लुधियाना से गिरफ्तारी, पूछताछ जारी
पुलिस ने आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और वीरवार को लुधियाना से विक्रम मंडल को गिरफ्तार कर लिया।
एसएचओ प्रशांत ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया, “आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच रही है कि इस धोखाधड़ी में और कोई साथी शामिल तो नहीं था और ठगे गए पैसे कहां ट्रांसफर किए गए।”
पुलिस की सख्त चेतावनी
भोरंज पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने घर या बैंक संबंधित जानकारी न सौंपें, खासकर जब मामला बुजुर्गों की देखभाल से जुड़ा हो। डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ती चालाकी को देखते हुए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
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