मणिमहेश आपदा के बाद बड़ी कार्रवाई! सरकार बनाएगी नई SOP, अफवाह फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

मणिमहेश यात्रा में इस साल आई आपदा से मिली सीख को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार अब यात्रा के लिए नई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार करने जा रही है, ताकि भविष्य में किसी भी श्रद्धालु को असुविधा का सामना न करना पड़े। यह जानकारी राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने चंबा के विधायक नीरज नैयर के सवाल के जवाब में विधानसभा में दी।

नेगी ने बताया कि सितंबर में आई आपदा के दौरान करीब 16 हजार श्रद्धालु फंस गए थे। यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए सरकार ने तुरंत राहत अभियान शुरू किया और 233 सरकारी बसें, 2 निजी हेलीकॉप्टर, साथ ही वायु सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए। इस पूरे रेस्क्यू अभियान पर 1.17 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुआ, जबकि वायुसेना का 5.68 करोड़ का अतिरिक्त बिल हाल ही में मिला है।

उन्होंने बताया कि भरमौर–चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 154A भारी बारिश के कारण 23 अगस्त से 11 सितंबर तक 20 दिनों तक कई जगहों पर अवरुद्ध रहा। हालांकि बीच–बीच में सीमित आवाजाही संभव हो रही थी। मणिमहेश आपदा के बाद मुख्यमंत्री ने खुद हवाई सर्वेक्षण किया था।

राजस्व मंत्री ने विधानसभा में यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा नेताओं ने अफवाह फैलाई कि मणिमहेश यात्रा में 4,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि वास्तव में केवल 17 मौतें दर्ज की गई थीं। उन्होंने कहा कि एक और अफवाह यह फैलाई गई कि सरकार ने आंकड़े छुपाने के लिए इंटरनेट बंद किया, जबकि इंटरनेट सेवाएं बंद करने का अधिकार केवल केंद्र सरकार के पास है।

इसी दौरान विधायक डॉ. जनक राज ने मुद्दा उठाया कि यात्रा के दौरान कई दुकानों और लंगरों को नुकसान हुआ है और उन्हें राहत दी जानी चाहिए। इस पर मंत्री ने बताया कि दुकानदारों को राहत राशि जारी की जा चुकी है, जबकि लंगर संचालकों से अगली यात्रा में कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

नेगी ने कहा कि यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सरकार के पास कई सुझाव आए हैं और इन्हें आने वाले समय में लागू किया जा सकता है। नई SOP से यात्रा व्यवस्था और मजबूत होगी तथा आपदा प्रबंधन प्रणाली को और प्रभावी बनाया जाएगा।

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