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Kangra: धर्मशाला में पर्यटन विभाग करेगा हिमाचल की कला और संस्कृति को बढ़ावा, आरएस बाली ने दिए अहम निर्देश

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धर्मशाला, 28 सितंबर: हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम (एचपीटीडीसी) के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन विभाग राज्य की लोक कला, संस्कृति और परंपराओं को संरक्षण देने और बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल की कला और संस्कृति केवल स्थानीय लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यही कारण है कि राज्य सरकार इस दिशा में नए कदम उठा रही है।

आरएस बाली ने धर्मशाला पीजी कॉलेज में आयोजित टूरिज्मो त्रिगर्त समापन समारोह के दौरान कहा कि पर्यटन विभाग राज्य के पर्यटकों को हिमाचल की सांस्कृतिक विरासत से रू-ब-रू कराएगा। उन्होंने विशेष रूप से धर्मशाला कालेज की सहायक आचार्य शर्मिला शर्मा द्वारा बनाई गई कांगड़ा पेंटिंग को एचपीटीडीसी के होटल्स में प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। इससे न केवल राज्य की लोक कला को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटक हिमाचल की कला और संस्कृति को करीब से देख पाएंगे।



आरएस बाली ने यह भी कहा कि पर्यटन क्षेत्र में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। राज्य के ग्रामीण और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्रों में पर्यटन के विकास से न केवल स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। उन्होंने बताया कि हिमाचल में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में योगदान 7.78 प्रतिशत है, जो प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक योगदान साबित होता है।

छात्रों और युवाओं के लिए पर्यटन विभाग का सहयोग

आरएस बाली ने कहा कि राज्य भर के विश्वविद्यालयों में चलाए जा रहे टूरिज्म डिप्लोमा और डिग्री कोर्सेज के विद्यार्थियों को पर्यटन विभाग से पूरा सहयोग मिलेगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विद्यार्थी पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करें और उन्हें अगले कदम के लिए अवसर मिलें।



उन्होंने यह भी कहा कि इसी दिशा में धर्मशाला पीजी कॉलेज के पर्यटन विभाग के छात्रों को प्रशिक्षण की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। छात्रों को पर्यटक स्थलों का निरीक्षण और विकास कार्यों में भागीदारी का अनुभव दिया जाएगा। यह न केवल विद्यार्थियों के लिए व्यावहारिक अनुभव साबित होगा, बल्कि भविष्य में उन्हें पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा।

आरएस बाली ने बीए प्रथम वर्ष की टॉपर छात्रा अंकिता चौधरी को सम्मान स्वरूप आईपैड पुरस्कार देने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने कालेज के आर्ट्स ब्लॉक के लिए एंबुलेंस रोड और नए प्रवेश द्वार के निर्माण हेतु 50 लाख रुपये और कैनोपी निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति भी प्रदान की।



पर्यटन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों का विकास

आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन विभाग केवल शहरों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्रों में भी पर्यटन को बढ़ावा देगा। उनका कहना था कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्र में पर्यटन स्थलों का विकास, स्थानीय हस्तशिल्प, लोक कला, सांस्कृतिक प्रदर्शनी और पारंपरिक खाने-पीने की चीजों को पर्यटकों तक पहुंचाना मुख्य उद्देश्य है।

उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन विभाग छात्रों और युवाओं को स्थानीय पर्यटन स्थलों के प्रबंधन और संचालन में प्रशिक्षण देगा। छात्रों को यह अनुभव प्राप्त होगा कि कैसे पर्यटक स्थलों का संचालन किया जाता है, ग्राहक सेवा कैसे बेहतर की जाती है, और किस तरह से पर्यटन स्थलों को सुरक्षित और आकर्षक बनाया जा सकता है।



पर्यटन और आर्थिक विकास

आरएस बाली ने स्पष्ट किया कि पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र राज्य की आर्थिक मजबूती का मुख्य आधार है। पर्यटन क्षेत्र न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करता है, बल्कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के माध्यम से स्थानीय उद्योग, हस्तशिल्प और कृषि उत्पादों का विपणन करना आसान होगा, जिससे किसानों और कारीगरों को भी लाभ मिलेगा।

इसके अलावा आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन विभाग स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर कार्य करेगा। उनका कहना था कि स्थानीय लोग ही पर्यटन स्थलों के असली संरक्षक हैं। इसलिए पर्यटन विभाग उन्हें प्रोत्साहित करेगा कि वे पर्यटकों को आकर्षक और सुरक्षित पर्यटन अनुभव प्रदान कर सकें।



कार्यक्रम में अन्य गणमान्य लोग भी शामिल

इस अवसर पर धर्मशाला पीजी कॉलेज के प्राचार्य राकेश पठानिया ने मुख्यातिथि आरएस बाली का धन्यवाद किया और कहा कि पर्यटन विभाग के सहयोग से छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण और अवसर मिल रहे हैं। इसके अलावा प्रोफेसर नरेश ने टूरिज्मो त्रिगर्त कार्निवल आयोजन समिति की ओर से धन्यवाद व्यक्त किया।

कार्यक्रम में पूर्व महापौर देविंद्र जग्गी, पार्षद अनुराग, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरभजन चौधरी, डीएम एचआरटीसी पंकज चढ्ढा सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

निष्कर्ष

आरएस बाली के निर्देशों और पर्यटन विभाग की योजनाओं के माध्यम से हिमाचल की लोक कला और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। राज्य के युवा पर्यटन के क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर प्राप्त करेंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन से आर्थिक विकास को गति मिलेगी। छात्रों और युवाओं के लिए यह कार्यक्रम व्यावहारिक प्रशिक्षण और अनुभव का बेहतरीन अवसर साबित होगा।



इस तरह पर्यटन विभाग केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र नहीं बनेगा, बल्कि राज्य के विकास, स्वरोजगार और संस्कृति संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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