हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के कालाअम्ब में इंजीनियर जितेंद्र की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि जितेंद्र की हत्या उसके ही दोस्त मनीष ने की थी। दोनों पंजाब के खरड़ में साथ रहते थे और आपस में करीबी दोस्त थे। घटना के बाद मनीष मौके से जितेंद्र की ही कार लेकर फरार हो गया था। यह मामला 30 मई को तब सामने आया जब नाहन पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि पालियों क्षेत्र में एक व्यक्ति घायल अवस्था में पड़ा है। सूचना मिलते ही कालाअम्ब थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल जितेंद्र को नाहन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे चंडीगढ़ के लिए रैफर किया गया।
शुरुआती तौर पर मामला हत्या के प्रयास के रूप में दर्ज किया गया था, लेकिन चंडीगढ़ के ओजस अस्पताल में इलाज के दौरान जितेंद्र की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने केस में हत्या की धारा जोड़ दी। इस बीच मामले से जुड़े अहम सुराग सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मिले। उज्जल माड़ी फॉरेस्ट चेक पोस्ट पर लगे कैमरे की फुटेज में दिखा कि सुबह 4 बजकर 12 मिनट पर जितेंद्र की कार घटनास्थल की ओर जाती है और लगभग 5 बजकर 2 मिनट पर वहां से लौटती है। यह फुटेज पुलिस जांच में निर्णायक साबित हुई।
पुलिस ने शक के आधार पर 31 मई को मनीष की तलाश में एक टीम को चंडीगढ़, मोहाली और अमृतसर भेजा। इसी दौरान ओजस अस्पताल से जितेंद्र की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई। पोस्टमार्टम नाहन में हुआ और शव परिजनों को सौंप दिया गया। आरोपी मनीष को पूछताछ के लिए अमृतसर से कालाअम्ब लाया गया, जहां पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार को उसे अदालत में पेश किया गया और पुलिस रिमांड की मांग की गई ताकि आगे की जांच की जा सके।
शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि हत्या की यह वारदात मनीष ने अपनी महिला मित्र की मौजूदगी में अंजाम दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, 29 मई की शाम को मनीष, जितेंद्र और एक युवती खरड़ में पार्टी कर रहे थे। पूरी रात चली इस बीयर पार्टी के बाद वे पंचकूला होते हुए सिरमौर की ओर निकले। यात्रा के दौरान कार में शराब के नशे में दोनों दोस्तों के बीच तीखी बहस हुई, जो आगे जाकर हिंसक झगड़े में बदल गई। इसी झगड़े के दौरान मनीष ने जितेंद्र पर जानलेवा हमला कर दिया।
मामले में एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि आरोपी मनीष और उसकी महिला मित्र ओजस अस्पताल के ICU में जितेंद्र से मिलने भी आए थे। यह बात खुद मृतक की बहन ने पत्रकार वार्ता में बताई। उन्होंने कहा कि इस दर्दनाक घटना के बाद परिवार बेहद सदमे में है और उन्हें न्याय की उम्मीद है। पीड़ित बहन ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच की जानकारी परिजनों को नहीं दी गई।
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब राजनीतिक प्रतिक्रिया सामने आने लगी। हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और प्रारंभिक जांच पूरी की।
फिलहाल पुलिस इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। परिजनों की ओर से आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस रिमांड के दौरान मामले से जुड़े और भी तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
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