हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ के पिघलने की प्रक्रिया के कारण ब्यास नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए एहतियातन अलर्ट जारी किया है। हालांकि पंडोह डैम का जलस्तर अभी सामान्य स्थिति में है, लेकिन लगातार बढ़ रहे जलप्रवाह को ध्यान में रखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है।
पंडोह डैम का खतरनाक जलस्तर 2941 फीट निर्धारित किया गया है, जबकि वर्तमान में इसका जलस्तर 2929 फीट दर्ज किया गया है। वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता चंद्रमणि शर्मा के अनुसार, डैम के पीछे से लगभग 10,000 क्यूसेक पानी आ रहा है। इसमें से 6500 क्यूसेक पानी बग्गी टनल की ओर भेजा जा रहा है, जबकि शेष 3500 क्यूसेक पानी को डैम से आगे छोड़ा जा रहा है। डैम के कुल पांच फ्लडगेट्स में से फिलहाल केवल एक गेट को आधा मीटर तक खोला गया है ताकि जलस्तर पर नियंत्रण बनाए रखा जा सके।
चंद्रमणि शर्मा ने यह भी बताया कि बग्गी टनल की कुल क्षमता 9000 क्यूसेक पानी की है, लेकिन वर्तमान में केवल 6500 क्यूसेक पानी ही प्रवाहित किया जा रहा है। यह प्रबंध डैम के जलस्तर को संतुलित बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया है ताकि यदि पानी का बहाव अचानक बढ़े, तो स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।
प्रशासन और बीबीएमबी विभाग ने स्थानीय लोगों को आगाह किया है कि अगर बारिश जारी रही या बर्फ का पिघलना तेज हुआ, तो ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है। इस स्थिति में लोगों से विशेष रूप से अनुरोध किया गया है कि वे नदी किनारे न जाएं और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें। प्रशासन और संबंधित विभागों की टीमें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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