शिमला: शिमला नगर निगम (एमसी) ने संजौली की एक मस्जिद में कथित अवैध निर्माण की नाप-जोख का काम पूरा कर लिया है। नगर निगम के आर्किटेक्ट शाखा की टीम ने मस्जिद परिसर का दौरा किया, जिसमें मस्जिद समिति के सदस्य भी उपस्थित थे।
इस नाप-जोख की रिपोर्ट तैयार की जा रही है और इसे 5 अक्टूबर को होने वाली नगर निगम आयुक्त की अदालत में पेश किया जाएगा। यह रिपोर्ट अवैध निर्माण से जुड़े मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कानूनी प्रक्रियाओं के चलते अभी तक नगर निगम ने इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है।
पहले की रिपोर्टों के अनुसार, यह मस्जिद, जो दो मंजिला थी, बिना उचित स्वीकृति के पांच मंजिला कर दी गई थी।
एक सकारात्मक कदम के तहत, मस्जिद समिति ने कहा है कि अगर नगर निगम आदेश देता है तो वे स्वेच्छा से अवैध निर्माण को हटा देंगे। यह कदम समुदाय के बीच शांति और सद्भाव बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। वक्फ बोर्ड ने भी इस निर्णय पर कोई आपत्ति नहीं जताई है।
इन शांति प्रयासों के बावजूद, शिमला और राज्य भर में कुछ हिंदू संगठनों द्वारा विरोध जारी है। एआईएमआईएम नेता शोएब जमई के दौरे के बाद यह स्थिति और भी गरमा गई है। हालांकि, मस्जिद समिति इस मुद्दे को शांतिपूर्ण और सकारात्मक तरीके से सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है।