शाहपुर, 22 सितंबर 2025 – हिमाचल प्रदेश के शाहपुर क्षेत्र के पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। विधानसभा क्षेत्र में 1.76 करोड़ रुपये की लागत से नया वेटनरी पॉलीक्लिनिक भवन तैयार किया जा रहा है। यह आधुनिक भवन पशुपालकों को पशुओं की देखभाल और उपचार के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इस अवसर पर शाहपुर के विधायक और उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
विधायक केवल सिंह पठानिया ने बताया कि शाहपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग पशुधन पालन से अपनी आजीविका चलाते हैं। गाय, भैंस, भेड़-बकरी और घोड़े सहित विभिन्न प्रकार के पशुओं का पालन क्षेत्र में आम है। ऐसे में पशुपालकों के लिए स्वास्थ्य और उपचार संबंधी सेवाओं की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नया वेटनरी पॉलीक्लिनिक भवन अत्याधुनिक उपकरणों और सुविधाओं से लैस होगा, जिससे पशुओं के लिए निदान, उपचार और बचाव कार्य और अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा।
पिछले आंकड़े बताते हैं आवश्यकता
विधायक ने शाहपुर पशु अस्पताल के पिछले आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि मार्च 2024 से अगस्त 2025 तक अस्पताल में कुल 15,649 पशुओं का इलाज किया गया। इनमें से 7,099 बड़े पशु (गाय और भैंस), 128 घोड़े और 8,422 छोटे पशु (भेड़-बकरी और कुत्ते) थे। इस दौरान 9,631 पशुओं का मेडिसिन से संबंधित इलाज, 1,356 पशुओं का गायनी उपचार, 3,253 पशुओं की सर्जरी और 1,409 अन्य रोगों का इलाज किया गया।
इसके अतिरिक्त, 1,390 पशुओं का टीकाकरण किया गया, 96 अल्ट्रासाउंड जांच की गई और 500 अन्य प्रकार के टेस्ट भी किए गए। इस दौरान पशुपालकों को उत्तम पुरस्कार योजना के तहत प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित भी किया गया। इस आंकड़े से स्पष्ट है कि क्षेत्र में पशुपालन का महत्व कितना अधिक है और पशुपालकों के लिए उचित चिकित्सा सुविधा का होना क्यों आवश्यक है।
नया पॉलीक्लिनिक भवन: सुविधाएं और महत्व
वेटनरी पॉलीक्लिनिक भवन में अत्याधुनिक सुविधाओं का समावेश किया जाएगा। इसमें पशुओं के निदान, उपचार और बचाव कार्य के लिए विशेष उपकरण होंगे। भवन में पशुपालकों के लिए बैठने की जगह, पशु ओपीडी काउंटर, औषधि वितरण केंद्र, सर्जिकल कक्ष और टेस्टिंग लैब शामिल होंगे। इस पॉलीक्लिनिक की स्थापना से न केवल पशुओं के उपचार में तेजी आएगी, बल्कि रोगों की रोकथाम और पशुपालन के मानक भी बेहतर होंगे।
विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि यह भवन पशुपालकों के लिए बड़ी सौगात साबित होगा। शाहपुर में पशुपालक अपनी आजीविका के लिए पशुधन पालन पर निर्भर हैं। पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार से उनकी आय बढ़ेगी और पशुपालन क्षेत्र में नए रोजगार और अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस प्रकार के विकास कार्यों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और पशुपालकों की स्थिति सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है।

स्थानीय अधिकारियों की भागीदारी
इस अवसर पर सहायक निदेशक पशुपालन डॉ. सुजय शर्मा, वेटनरी सर्जन एवं रेडियोलॉजिस्ट डॉ. युद्धवीर राणा, वेटनरी ऑफिसर डॉ. शमां खान एवं डॉ. अभिषेक ठाकुर, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग विपुल और सुनील बलौरिया उपस्थित रहे। उन्होंने कार्य की प्रगति, भवन के निर्माण मानक और भविष्य में इसके संचालन के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की।
सहायक निदेशक पशुपालन डॉ. सुजय शर्मा ने कहा कि नया पॉलीक्लिनिक भवन शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के पशुपालकों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई क्रांति साबित होगा। इस सुविधा के आने से पशुपालक अब अपने पशुओं के लिए दूर-दराज के अस्पतालों तक नहीं जाएंगे और समय एवं खर्च की बचत होगी।
पशुपालकों की बढ़ती उम्मीदें
शाहपुर क्षेत्र के पशुपालकों ने भी इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह भवन उनके लिए उम्मीद की किरण के समान है। भवन के आने से अब पशुपालक अपने पशुओं का समय पर उपचार करवा सकेंगे और पशुओं की संख्या तथा स्वास्थ्य में सुधार होगा। इससे क्षेत्र में पशुपालन और डेयरी उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
पशुपालकों ने यह भी कहा कि इस प्रकार के आधुनिक पॉलीक्लिनिक से पशुओं के लिए चिकित्सकीय सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी और स्थानीय स्तर पर ही सभी जरूरी सेवाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने विधायक केवल सिंह पठानिया को इस पहल के लिए धन्यवाद भी दिया।
भविष्य की योजनाएँ
विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि यह केवल एक प्रारंभिक कदम है। भविष्य में इस क्षेत्र में पशुपालन से जुड़े और कई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, ताकि पशुपालकों की आजीविका और स्थिरता में सुधार हो। उन्होंने यह भी कहा कि पशुपालन क्षेत्र में नई तकनीक और आधुनिक उपकरणों के माध्यम से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
सारांश
शाहपुर में 1.76 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा नया वेटनरी पॉलीक्लिनिक भवन न केवल पशुपालकों के लिए बड़ी सौगात है, बल्कि यह क्षेत्र में पशुपालन और डेयरी उद्योग को भी नई दिशा देगा। विधायक केवल सिंह पठानिया और संबंधित अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भवन की गुणवत्ता और सुविधाएं आधुनिक मानकों के अनुसार होंगी। पशुपालकों को अब अपने पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और उपचार के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
इस पहल से स्पष्ट है कि राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था, पशुपालन और पशुओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रही है। शाहपुर के पशुपालकों के लिए यह भवन आने वाले समय में अत्यंत लाभकारी साबित होगा और पूरे क्षेत्र में पशुपालन की प्रगति को नई दिशा मिलेगी।
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