धर्मशाला: धर्मशाला के पुलिस मैदान में चल रहे कांगड़ा वैली कार्निवाल की तीसरी सांस्कृतिक संध्या पूरी तरह से हिमाचली संस्कृति और स्थानीय कलाकारों के नाम रही। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) भवानी सिंह पठानिया थे, जिनका उपायुक्त हेमराज बैरवा ने शॉल और टोपी पहनाकर स्वागत किया।
इस संध्या का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध लोक गायक सुनील राणा रहे, जिन्होंने अपने ऊर्जावान गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। सुनील ने “आ सामिया,” “कांचा चढ़ेया पहाड़ा,” “जोटे पयूरा हीना,” और “प्यारी भोटिलए” जैसे लोकप्रिय हिमाचली गीत गाए, जिन्हें लोगों ने खूब सराहा।
सुनील राणा के साथ पहाड़ी गायिका पूनम भारद्वाज ने भी अपनी सुरीली आवाज में “डफली वाले,” “लाल तेरा साफा,” “रिमझिम बरखा,” और “पांगी पक्की ठांगी” जैसे गीत गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मशहूर गायक कुमार साहिल ने अपनी आवाज से सबका दिल जीत लिया। उन्होंने हिंदी और पंजाबी गीत “पहले भी मैं तुमसे मिला,” “ले जाए जाने कहां हवाएं,” “हर किसी को नहीं मिलता,” “डायमंड दी झांझर,” और “डॉलरां वांगू नी नाम साडा चलदा” प्रस्तुत किए।
हिमालयन रूट्स बैंड के गायक लोकी वर्मा ने “बांका मुल्क,” “कांची रे कांची,” “इस गराए देया लंबरा,” और “पिया रे पिया रे” जैसे गीत गाकर दर्शकों से खूब तालियां बटोरीं। इसके अलावा, लोक गायक राजेश हैप्पी ने “एकतारा बजदा वे,” सतीश पुजारी ने “डाडे दिए बेडिए,” और मोहित गर्ग ने “रूणझुणुआ” गाने प्रस्तुत किए, जिससे सभी का मनोरंजन हुआ।