Kangra: टीबी पर कांगड़ा की बड़ी जीत! पूरे हिमाचल में बना ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’, शिमला में हुआ सम्मानित

कांगड़ा, 30 अक्टूबर: हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा अब टीबी (तपेदिक) के खिलाफ लड़ाई में पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन गया है। जागरूकता और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कांगड़ा को ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’ का सम्मान मिला है।

यह सम्मान टीबी उन्मूलन के राष्ट्रीय अभियान में कांगड़ा की ऐतिहासिक उपलब्धि को दर्शाता है — जहां सरकारी प्रयास, स्वास्थ्यकर्मियों की समर्पित टीम और जनता की भागीदारी ने मिलकर एक मजबूत स्वास्थ्य तंत्र खड़ा किया।

शिमला में हुआ सम्मान समारोह

यह सम्मान स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी ने शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रदान किया।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. विवेक करोल और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सूद को सम्मानित किया गया।

सुधा देवी ने कहा कि कांगड़ा की टीम ने जिस तरह सामुदायिक भागीदारी के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाया है, वह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत है।

स्वास्थ्यकर्मियों के अथक प्रयासों को समर्पित सम्मान

यह सम्मान सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि उस टीम भावना और सेवा समर्पण का प्रतीक है जो कांगड़ा की स्वास्थ्य टीम ने दिखाया।

कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी मुक्त भारत मिशन के तहत घर-घर जाकर स्क्रीनिंग, जांच और दवा वितरण का काम कर रहा है — ताकि कोई भी नागरिक उपचार से वंचित न रहे।

सीएमओ डॉ. विवेक करोल ने कहा,

“यह सम्मान हमारी पूरी टीम के अथक प्रयासों का परिणाम है। हम जल्द ही जिला कांगड़ा को पूरी तरह टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।”

प्रदेश में बना नया मानक

कांगड़ा की इस सफलता ने न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए एक नया मानक स्थापित किया है — कि जब सरकारी नीतियाँ और जनसहयोग साथ आते हैं, तो किसी भी बीमारी पर विजय पाई जा सकती है।

For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!

Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!