हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत के मामले की जांच के लिए आगामी सप्ताह सीबीआई की तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम शिमला पहुंचेगी। इसके साथ ही सीबीआई की एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) यूनिट भी दो दिन के अंदर शिमला पुलिस से मामले का पूरा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेगी। इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी सबसे पहले संबंधित अधिकारियों और विभाग से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच करेगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, डीजीपी और एसआईटी की रिपोर्ट में शामिल तथ्यों को भी जांच के दौरान सत्यापित किया जाएगा। इसके बाद मामले से जुड़े अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी।
विमल नेगी की पत्नी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पिछले छह महीने से पावर कॉर्पोरेशन के उच्च अधिकारियों, विशेष रूप से निदेशक (विद्युत) और प्रबंध निदेशक द्वारा उनके पति को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही थी। आरोप है कि उन्हें जानबूझकर देर रात तक काम करने के लिए मजबूर किया जाता था और बीमारी के बावजूद चिकित्सा अवकाश नहीं दिया गया। बार-बार प्रशासनिक कार्रवाई की धमकी देने के कारण उन्होंने आत्महत्या का रास्ता अपनाया। मामले की प्रशासनिक रिपोर्ट में पेखूबेला प्रोजेक्ट का भी उल्लेख है, जिसके रिकॉर्ड की भी जांच हो सकती है। यदि जांच के दौरान कोई अनियमितता सामने आती है, तो वित्तीय जांच के लिए ईडी की सहायता ली जा सकती है।
इस बीच, डीजी विजिलेंस अशोक तिवारी ने पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त कार्यभार संभाला और अधिकारियों से मुलाकात की। कांगड़ा की एसएसपी शालिनी अग्निहोत्री को केंद्र सरकार में शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में उप सचिव के पद पर चार वर्ष के लिए नियुक्त किया गया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से पदभार ग्रहण करना होगा।
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