हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब क्षेत्र के चलेट गांव की बहू और पंजवार गांव की बेटी शिखा मनकोटिया को योग के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए देश के 21 प्रेरक योग गुरुओं में चुना गया है। यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे हिमाचल के लिए गर्व का क्षण है। शिखा एक समर्पित योग चिकित्सक और गर्भ संस्कार सलाहकार हैं, जिन्होंने योग को जन-जन तक पहुँचाने में विशेष भूमिका निभाई है।
शिखा की प्रेरक योग यात्रा को एक राष्ट्रीय पुस्तक में शामिल किया गया है, जिसका शीर्षक है – “योग के क्षेत्र में अप्रयुक्त प्रतिभा की खोज करें”. इस पुस्तक के पहले खंड में देशभर से चुने गए 21 योगियों की प्रेरणादायक यात्राओं को प्रकाशित किया जाएगा। यह पुस्तक 15 जून 2025 को दिल्ली के लाजपत भवन में अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ द्वारा जारी की जाएगी। विमोचन कार्यक्रम में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों के विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की गई है।
शिखा मनकोटिया की यह उपलब्धि योग के प्रति उनके समर्पण और निरंतर प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने योग को एक जीवनशैली के रूप में अपनाने और प्रचारित करने का कार्य किया है। खासकर गर्भ संस्कार के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय है, जहां वे महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ मातृत्व के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। उनका कार्य उन महिलाओं के लिए भी प्रेरणा है जो पारंपरिक जीवन में रहते हुए भी आत्मनिर्भरता और स्वास्थ्य के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहती हैं।
इस पुस्तक के माध्यम से शिखा की यात्रा और उनके कार्य को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने जा रही है, जिससे हिमाचल प्रदेश का नाम एक बार फिर से योग के क्षेत्र में रोशन हुआ है। यह उपलब्धि न केवल शिखा की व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि उस संस्कृति और मूल्यों की भी जीत है, जिसे उन्होंने अपने कार्य से जीवंत रखा है।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!