स्वास्थ्य सेवाओं और वस्त्र उद्योग के मेल से हिमाचल प्रदेश में एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि सामने आई है। जवाहर लाल नेहरू राजकीय इंजीनयरिंग कॉलेज (जेएनजीईसी), सुंदरनगर के टेक्सटाइल इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने एक ऐसी स्मार्ट जैकेट का प्रोटोटाइप तैयार किया है, जो पहनने वाले को हार्ट अटैक या किसी अन्य गंभीर स्वास्थ्य आपात स्थिति से पहले ही सचेत कर सकती है।
यह स्मार्ट जैकेट ‘नेक्सेस वीईव स्मार्ट’ प्लेटफॉर्म की मदद से विकसित की गई है। यह देखने में एक सामान्य जैकेट जैसी है, लेकिन इसके फैब्रिक में बेहद बारीकी से स्मार्ट सेंसर बुने गए हैं। ये सेंसर लगातार शरीर के जरूरी स्वास्थ्य संकेतों पर नजर रखते हैं, जिससे यह जैकेट एक अदृश्य लेकिन बेहद प्रभावी हेल्थ मॉनिटरिंग डिवाइस बन जाती है।
इस जैकेट की सबसे खास बात इसका इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम है। पैनिक अटैक, हार्ट अटैक या किसी भी गंभीर स्थिति में यह सिस्टम तुरंत सक्रिय हो जाता है। जैकेट रियल टाइम में उपयोगकर्ता की हार्ट रेट की निगरानी करती है और जैसे ही खतरे के संकेत मिलते हैं, यह अपने आप पहले से तय एसओएस कॉन्टैक्ट्स को अलर्ट भेज देती है। इसके साथ ही उपयोगकर्ता की सटीक और सुरक्षित रियल टाइम लोकेशन भी साझा की जाती है, ताकि समय पर मदद पहुंचाई जा सके।
प्रोजेक्ट मेंटर डॉ. प्रिया जसवाल के अनुसार, यह एकीकृत डिजिटल डेटा सिस्टम आपात स्थिति में प्रतिक्रिया समय को काफी कम कर देता है, जो कई मामलों में जीवन बचाने में अहम साबित हो सकता है।
इस मानवीय उद्देश्य से जुड़े प्रोजेक्ट को टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के छात्रों आदर्श धीमान, प्रीतंश गोस्वामी, विकर्ष, आस्था और खुशबू ने तैयार किया है। कॉलेज के डायरेक्टर और प्रिंसिपल प्रो. राजीव खंडूजा और टेक्सटाइल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रवीन कुमार ने इस नवाचार की जमकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट भविष्य में देश के हेल्थ और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम के लिए एक बड़े समाधान के रूप में विकसित हो सकता है।
यह स्मार्ट फैब्रिक जैकेट न सिर्फ स्वास्थ्य निगरानी के तरीकों को बदलने की क्षमता रखती है, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं में भी एक नई क्रांति ला सकती है।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!