आनी में दुग्ध उत्पादकों की बड़ी बैठक, भुगतान में देरी और सुविधाओं की कमी पर उठे सवाल

आनी में मंगलवार को दुग्ध उत्पादक संघ आनी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्र के दुग्ध उत्पादकों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में किसान सभा के सचिव गीताराम और पदम् प्रभाकर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में दूध उत्पादन से जुड़े किसानों को कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें सबसे बड़ी समस्या दूध की अदायगी में हो रही देरी है, जिससे छोटे और सीमांत किसान आर्थिक संकट में आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा पशुधन स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, चिलिंग प्लांट जैसे बुनियादी ढांचे का अभाव, दूध की गुणवत्ता और मिलावट से जुड़े मुद्दे तथा पहाड़ी क्षेत्रों में परिवहन से जुड़ी लॉजिस्टिक चुनौतियां भी दुग्ध उत्पादकों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई हैं। हालांकि सरकार की ओर से दूध गंगा योजना, न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने और सहकारी समितियों को मजबूत करने जैसे प्रयास किए जा रहे हैं, साथ ही परिवहन सब्सिडी के जरिए कुछ राहत भी दी जा रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर समस्याएं अभी भी बरकरार हैं।

बैठक में विशेष रूप से इस बात पर चिंता जताई गई कि दूध बेचने के कई महीनों बाद तक किसानों को भुगतान नहीं मिल पाता, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है। वक्ताओं ने कहा कि समय पर भुगतान सुनिश्चित किए बिना दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना मुश्किल है।

बैठक में दुग्ध उत्पादक संघ के प्रधान हरविंदर और सचिव विजय कुमार के अलावा किसान सभा सचिव गीताराम, पदम् प्रभाकर, हेमराज, राजेंद्र, ओमी, कमल, चेतराम, दुनी और सूरज सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।

For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!

Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!