धर्मशाला, 14 नवंबर। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला के प्रमुख शक्तिपीठों सहित सरकार द्वारा अधिकृत सभी प्रमुख मंदिरों के विकास, सौंदर्यीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए सभी उपमंडलाधिकारियों को त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
शुक्रवार को एनआईसी सभागार में आयोजित मंदिर न्यासों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी ने कहा कि ज्वालामुखी मंदिर के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए एनआईटी हमीरपुर के विशेषज्ञों से मास्टर प्लान तैयार करवाया जाएगा। इसी प्रकार चामुंडा, ब्रजेश्वरी मंदिर (कांगड़ा) और डमटाल मंदिर के लिए भी विशेषज्ञ एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर योजनाएं तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें।
वाण गंगा में आरती जल्द
डीसी ने बताया कि ब्रजेश्वरी धाम की वाण गंगा में नियमित आरती शुरू करने के लिए भी कार्रवाई तेज की जा रही है।
साथ ही ज्वालामुखी के भैरव मंदिर, अष्टभुजा मंदिर और तारा देवी मंदिर के रखरखाव को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
डिजिटल सेवाएं होंगी शुरू
उपायुक्त ने कहा कि सभी प्रमुख मंदिरों में चरणबद्ध तरीके से—
• ऑनलाइन लंगर बुकिंग,
• ऑनलाइन दर्शन,
• तथा अन्य डिजिटल सुविधाएं जल्द शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि पारंपरिक पूजा पद्धति की गुणवत्ता बढ़ाते हुए मंदिरों का प्रबंधन आधुनिक और व्यवस्थित किया जाएगा।
अतिक्रमण हटाने और चढ़ावे के रखरखाव पर फोकस
डीसी बैरवा ने मंदिरों के चढ़ावे के नियमित भंडारण, रिकॉर्ड प्रबंधन और गोदाम निरीक्षण पर विशेष ध्यान देने को कहा। प्रमुख मंदिर मार्गों पर अतिक्रमण हटाने के लिए भी सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए, ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही में किसी तरह की परेशानी न हो।
बैठक में मंदिर न्यासों द्वारा संचालित गौसदनों की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही लंबित ऑडिट पैरास के शीघ्र निपटारे और मंदिर परिसरों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में एडीएम शिल्पी बेक्टा, एसडीएम ज्वालामुखी संजीव कुमार, एसडीएम इंदौरा, एसडीएम बैजनाथ, एसडीएम धर्मशाला सहित विभिन्न मंदिरों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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