इंदौरा, 22 अप्रैल। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज कांगड़ा जिले के इंदौरा में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत एक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में मिनर्वा कॉलेज ऑफ फार्मेसी, स्थानीय महाविद्यालयों और स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। छात्रों ने नशे के खिलाफ नारे लगाए और जागरूकता संदेश वाले पोस्टर व बैनर लेकर प्रदेश में नशे के विरुद्ध एक मजबूत संदेश दिया।
राज्यपाल ने इस मौके पर कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपने दल का प्रचार करने से पहले इस बात का प्रचार करना चाहिए कि हिमाचल को नशे से कैसे बचाया जाए। उन्होंने कहा कि नशे को समाप्त कर ही प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को सुरक्षित रखा जा सकता है।
इसके बाद मिनर्वा ग्रुप ऑफ कॉलेज, जो हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध है, में अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने जागरूकता रैली में शामिल विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह नशामुक्ति अभियान शुरू किया गया है और अब यह पूरे प्रदेश की आवाज बन गया है। उन्होंने कहा कि अब माता-पिता खुद आगे आकर नशे में लिप्त बच्चों को मदद दिलाने लगे हैं ताकि उनकी जिंदगी बच सके।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ जो पोस्टर रैली में लेकर आए थे, उन्हें अपने घरों के आसपास चिपकाएं, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित हो सकें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में अब विद्यार्थियों से प्रवेश के समय एक शपथपत्र भरवाया जाएगा जिसमें वे नशा न करने का वचन देंगे, और यदि वे नशे में संलिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने पंजाब में बढ़ते नशे के प्रभाव पर चिंता व्यक्त की और बताया कि इसके चलते सेना भर्ती में युवा फिजिकल टेस्ट पास नहीं कर पा रहे हैं। राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नशे के विरुद्ध कानून पारित करने के लिए प्रदेश सरकार को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रथम नागरिक के नाते वे एक अभिभावक की भूमिका में राजभवन से बाहर निकलकर प्रदेश भर में भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने के लिए युवाओं को नशे से दूर रहकर रचनात्मक कार्यों में आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कांगड़ा जिले में नशे के विरुद्ध अभियान को मजबूती से चलाने के लिए उपयुक्त और पुलिस अधीक्षक की सराहना की और कहा कि इंदौरा में हुआ यह कार्यक्रम एक नई शुरुआत है जिसे यहां के छात्र आगे बढ़ाएंगे।
इससे पहले राज्यपाल ने मिनर्वा नर्सिंग महाविद्यालय के भवन का लोकार्पण किया। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद राजीव भारद्वाज ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए उन्हें नशे के विरुद्ध आंदोलन शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल की इस पहल के चलते प्रदेश जागरूक हुआ है और हर व्यक्ति इस मुहिम में साथ चलने को तैयार है।
इंदौरा गंगथ के विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि यह आंदोलन युवाओं के भविष्य से जुड़ा हुआ है और सीमावर्ती क्षेत्र में नशे के विरुद्ध विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के अंतर्गत कार्य हो रहा है और इंदौरा को नशामुक्त बनाने के लिए सभी कृतसंकल्प हैं।
तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शशि धीमान ने राज्यपाल का स्वागत किया और कहा कि विश्वविद्यालय भी इस अभियान का सक्रिय भागीदार है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा तेजी से फैल रहा है और इसके विरुद्ध प्रभावी मॉडल तैयार किए जा रहे हैं।
मिनर्वा कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस अवसर पर नशे की बुराई पर आधारित नुक्कड़ नाटक का मंचन किया। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के अध्यक्ष जे.एस. पटियाल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इससे पहले राज्यपाल ने काठगढ़ के प्राचीन शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, कांगड़ा के उपयुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न, पूर्व विधायक रीता धीमान, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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