गाँव में एक दुखद घटना घटी, जब दो भाई अपने घर से गाँव के जिम की ओर निकले। गाँव के लड़के अक्सर इस खुले जिम में इकट्ठा होते हैं और व्यायाम करते हैं। रास्ते में उन्हें बंदरों का एक बड़ा झुंड मिला, जिससे लड़के डर गए और रुक गए।
छोटे भाई और एक दोस्त को पीछे छोड़ते हुए, प्रयांशु और एक लड़का पानी की खड़ की ओर चले गए, जहाँ अक्सर लड़के गर्मियों में नहाते थे। बिना किसी झिझक के, प्रयांशु पानी में कूद गया, जबकि उसका दोस्त भी उसके पीछे-पीछे पानी में उतर गया। दुर्भाग्यवश, प्रयांशु गहरे पानी में डूब गया और बाहर नहीं आया।
उसका दोस्त घबरा गया और पास से गुजर रहे एक राहगीर को यह सूचना दी कि उसका दोस्त पानी में डूब गया है। राहगीर ने पानी में देखने की कोशिश की, लेकिन प्रयांशु कहीं नजर नहीं आया क्योंकि वह गहरे पानी में समा चुका था।
इसके बाद, वह दौड़ता हुआ छोटे भाई के पास गया और उसे यह दुखद समाचार दिया। सभी लड़के दौड़कर पानी के पास पहुँचे और मदद के लिए चिल्लाने लगे। तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
भीड़ इकट्ठी हो गई, और किसी ने हिम्मत करके पानी में छलांग लगाई और जब तक प्रयांशु को बाहर निकाला गया, वह इस दुनिया से जा चुका था। गाँव के पुजारी का लाड़ला पोता, अपने परिवार को हमेशा के लिए छोड़कर चला गया।
पूरे परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और परिवार को इस कठिन समय में सहनशक्ति मिले।