नेरचौक मेडिकल कॉलेज, हिमाचल प्रदेश में एक अत्यंत दुर्लभ और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने चिकित्सकों को भी हैरान कर दिया। मानसिक रूप से अस्वस्थ एक महिला के पेट से डॉक्टरों ने एक फुट लंबा बालों का गुच्छा सफलतापूर्वक निकाला है। यह गुच्छा महिला के वर्षों तक अपने ही बाल खाने की आदत के कारण पेट में धीरे-धीरे जमा हो गया था।
महिला को पेट दर्द और उल्टी की लगातार शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। प्रारंभिक जांच के दौरान डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन कराया, जिसमें पेट में एक असामान्य वस्तु देखी गई। बाद की विस्तृत जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह मामला ट्राइकोबेजोआर का है — एक ऐसी स्थिति जिसमें व्यक्ति के द्वारा खाए गए बाल या अन्य अपाच्य वस्तुएं पेट में इकट्ठी होकर गुच्छे का रूप ले लेती हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों की टीम ने लैप्रोस्कोपिक सर्जरी करने का निर्णय लिया। यह सर्जरी डॉ. राहुल मृगपुरी और डॉ. अजय की अगुवाई में की गई। ऑपरेशन के दौरान डॉ. श्यामली, डॉ. पंकज और नर्सिंग स्टाफ में चंद्र ज्योति और डिंपल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऑपरेशन सफल रहा और अब महिला की हालत स्थिर है। उसे अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रजनीश शर्मा ने इस दुर्लभ केस की पुष्टि की और बताया कि यह केवल एक शल्य चिकित्सा का मामला नहीं है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की लंबे समय तक उपेक्षा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगों को लेकर समाज में जागरूकता की भारी कमी है, जिससे इस तरह की जटिल और गंभीर स्थितियां उत्पन्न होती हैं।
गौरतलब है कि फरवरी 2025 में भी इसी मेडिकल कॉलेज में ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें एक मानसिक रोगी के पेट से कई असामान्य वस्तुएं निकाली गई थीं। विशेषज्ञों के अनुसार, ट्राइकोबेजोआर जैसी स्थितियां अत्यंत दुर्लभ होती हैं, लेकिन समय पर इलाज और मानसिक रोगों की सही पहचान से इन्हें रोका जा सकता है।
For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!
Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!