Kinnaur: किन्नौर के किसानों ने प्राकृतिक खेती का अनुभव किया – सीखें जीरो कॉस्ट खेती के लाभ

सुंदरनगर, 07 दिसंबर 2024। हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए मंडी जिले के सुंदरनगर में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत किन्नौर के पूह विकास खंड के लगभग 30 किसानों को सुंदरनगर के कलौहड़ पंचायत के शिकारी गांव में मिश्रित खेती के प्रदर्शन प्लॉट का भ्रमण करवाया गया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य किसानों को शून्य लागत जहर मुक्त प्राकृतिक खेती की विधियों से परिचित करवाना था।

प्रदर्शन प्लॉट पर किसानों को गेहूं के साथ मटर और सरसों की मिश्रित खेती दिखाई गई। मिश्रित खेती के बारे में सुंदरनगर के खंड तकनीकी प्रबंधक लेखराज ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिश्रित खेती में एक से अधिक फसलों को एक साथ उगाने से न केवल जगह का सही उपयोग होता है, बल्कि किसानों की आय भी 2 से 3 गुना तक बढ़ सकती है। उन्होंने कहा, “मिश्रित खेती के लिए मिट्टी और जलवायु के हिसाब से फसलों का चुनाव करना जरूरी है। इससे उत्पादन बढ़ता है और लागत कम होती है।”

Advertisement – HIM Live Tv

किन्नौर और सुंदरनगर के किसानों ने आपस में प्राकृतिक खेती पर विचार-विमर्श किया और अपने-अपने अनुभव साझा किए। किन्नौर के किसानों ने बताया कि भले ही किन्नौर और सुंदरनगर के वातावरण में काफी अंतर है, लेकिन प्रशिक्षकों द्वारा दी गई प्राकृतिक खेती की तकनीकें उनके क्षेत्र में भी लागू की जा सकती हैं।

प्राकृतिक खेती के फायदे:

  1. शून्य लागत खेती: इसमें रासायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं किया जाता, जिससे लागत कम होती है।
  2. स्वस्थ फसलें: प्राकृतिक खेती से उगाई गई फसलें जहर मुक्त होती हैं और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती हैं।
  3. मिट्टी की उर्वरता: प्राकृतिक खेती से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ती है।
  4. मिश्रित खेती के लाभ: एक साथ कई फसलें उगाने से खाली जगह का उपयोग होता है और जोखिम कम होता है।

किन्नौर के किसानों का अनुभव:
किन्नौर के किसानों ने इस भ्रमण को ज्ञानवर्धक बताया। एक किसान ने कहा, “हमने सीखा कि किस प्रकार बिना किसी रसायन के भी अच्छी फसल उगाई जा सकती है। प्रशिक्षकों ने हमें हमारी जलवायु के हिसाब से खेती के उपयोगी टिप्स दिए।”

कृषि विभाग के इस प्रयास से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। यह कार्यक्रम न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा।

For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!

Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!

--Advertisement--

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

Kangra: एक और साइबर ठगी: जवाली के युवक से शातिरों ने ठगे ₹75,000

एक और साइबर ठगी का मामला सामने आया है,...

Mandi: कर्मचारी विरोधी नीतियों पर कांग्रेस सरकार घिरी: जयराम ठाकुर का तीखा हमला

नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल...

Una: बीटन गांव के साहसी सैनिक की लेह-लद्दाख में हृदय गति रुकने से शहादत

हरोली क्षेत्र के अंतर्गत बीटन गांव के एक वीर...

Hamirpur: महिला द्वारा लाखों की चोरी, पुलिस ने 5 दिन में किया खुलासा, गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के शिवनगर में हुई...