Himachal: पहला मौका! IIT मंडी को मिला 86,000 डॉलर का दान, अब American Funding से होगा रिसर्च

IIT मंडी को मिला 86,000 डॉलर का अनुदान

American Funding से नई रिसर्च और छात्रवृत्ति को मिलेगा Boost

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मंडी को शोध, नवाचार और छात्रवृत्ति को मजबूत करने के लिए अमेरिका से बड़ा आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ है। संस्थान को अमेरिका स्थित सतीश अग्रवाल और कमलेश अग्रवाल की ओर से 86,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 75 लाख रुपये) का अनुदान मिला है। यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी संगठन ने IIT मंडी को इतना बड़ा एकमुश्त दान दिया है।

ब्याज से चलेगा रिसर्च, फंड सुरक्षित रहेगा

यह फंड एक मास्टर अकाउंट के रूप में संचालित होगा।

इसका मतलब—

• मूल राशि को हाथ नहीं लगाया जाएगा

• सिर्फ ब्याज का 90% उपयोग शोध, छात्रवृत्ति और अन्य विकास कार्यों में किया जाएगा

• इससे संस्थान को लंबी अवधि तक स्थिर आर्थिक सहायता मिलती रहेगी

फंड के उपयोग की निगरानी IIT मंडी के संकाय सदस्यों की एग्ज़ीक्यूशन कमेटी (CE) करेगी।

किन-किन क्षेत्रों में खर्च होगा फंड?

यह दान IIT मंडी की कई विकासात्मक योजनाओं को गति देगा। फंड का इस्तेमाल होगा—

• छात्रवृत्ति

• संकाय और छात्रों के लिए यात्रा अनुदान

• शोध एवं नवाचार परियोजनाएं स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना

• अवसंरचना विकास

यह सहयोग IIT रुड़की फाउंडेशन, USA (IITRF) की मदद से संभव हुआ।

संस्थान ने व्यक्त किया आभार

IIT मंडी के संसाधन सृजन एवं पूर्व छात्र संबंधों के डीन (DORA) प्रो. वरुण दत्त ने कहा—

“सतीश और कमलेश अग्रवाल का योगदान दीर्घकालिक शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार को आगे बढ़ाने का मजबूत मॉडल है।”

IIT मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने भी IITRF USA को धन्यवाद दिया और बताया कि फाउंडेशन का पूरा खर्च निदेशक मंडल स्वयं वहन करता है।

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