शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शराबी चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है। इस पहल के दौरान पिछले आठ दिनों में कुल 46,901 वाहनों की जांच की गई, जिसमें शराब के प्रभाव में गाड़ी चलाने पर 1,246 चालान जारी किए गए। इसके अलावा मोटर वाहन अधिनियम की धारा 202 के तहत 290 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इस अभियान के दौरान 483 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए हैं।
डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाना सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शराब पीकर गाड़ी चलाने की समस्या को हल करना, सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और सुरक्षित और जिम्मेदार ड्राइविंग की संस्कृति को बढ़ावा देना है। यह प्रयास विभाग की सभी के लिए सड़कें सुरक्षित बनाने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
डीजीपी ने सभी से अनुरोध किया है कि वे शराब पीकर गाड़ी चलाने से बचें और हिमाचल प्रदेश को सुरक्षित स्थान बनाने में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि पुलिस आने वाले दिनों में सड़क सुरक्षा उल्लंघनों पर नजर रखना जारी रखेगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी।
जनता से अपील की गई है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और शराब पीकर गाड़ी चलाने की किसी भी घटना की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या 112 डायल करके दें। प्रदेश का कोई भी जिला शराबी चालकों से अछूता नहीं है। पुलिस अभियान के आंकड़ों के अनुसार, शराब पीकर गाड़ी चलाने पर सभी जिलों में चालान हुए हैं, जिसमें सोलन जिले में सबसे अधिक 143, शिमला में 133, कुल्लू में 126, बिलासपुर में 108, और पुलिस जिला बद्दी में 106 चालान शामिल हैं। प्रदेश में औसतन हर सप्ताह शराब पीकर वाहन चलाने के 195 चालान होते हैं।