सोलन में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) द्वारा आयोजित पांच दिवसीय ट्रेनिंग के दौरान 11 अध्यापक फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। बीमार हुए अध्यापकों में एक महिला भी शामिल है। सभी को क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत खतरे से बाहर है।
फूड प्वाइजनिंग की सही वजह का पता लगाने के लिए डॉक्टरों ने प्रभावित अध्यापकों के ब्लड सैंपल लिए हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह समस्या खाने की वजह से हुई या पीने के पानी से। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
यह ट्रेनिंग एक निजी होटल में आयोजित की गई थी, जिसमें जिले के करीब 130 टीजीटी और सी एंड वी शिक्षक भाग ले रहे थे। बीमार अध्यापकों के अनुसार, उनकी तबीयत पिछले 2-3 दिनों से खराब थी, लेकिन बुधवार को हालत ज्यादा बिगड़ने के कारण उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया।
इस घटना के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। विभाग ने होटल में परोसे गए खाने और पानी की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एमएस डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि सभी प्रभावित अध्यापक पहले से बेहतर स्थिति में हैं। फूड प्वाइजनिंग की असली वजह ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी।
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