Kangra: देवभूमि में चिट्टा माफिया की उलटी गिनती शुरू, CM सुक्खू बोले—सूचना पर मिलेगी 10 लाख तक की इनाम राशि

धर्मशाला में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एंटी-चिट्टा जागरूकता वॉकथॉन का नेतृत्व करते हुए साफ कर दिया कि देवभूमि हिमाचल में चिट्टा माफिया के लिए कोई स्थान नहीं है। दाड़ी ग्राउंड से शुरू होकर पुलिस ग्राउंड तक पहुंचने वाले इस वॉकथॉन में बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। बच्चे लगातार नशा विरोधी नारे लगाते हुए आगे बढ़ते रहे और मुख्यमंत्री भी पूरे रास्ते उनके साथ पैदल चलते रहे। उन्होंने कई स्थानों पर छात्रों से बातचीत की और उन्हें नशे के खिलाफ इस मुहिम में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। बच्चों ने मुख्यमंत्री के साथ उत्साहपूर्वक सेल्फियां भी लीं।

पुलिस ग्राउंड में संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने नशा माफिया पर कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने कई वर्षों से ढीले पड़े PIT और NDPS अधिनियम को प्रभावी रूप से लागू किया है। इस कार्रवाई के तहत अब तक 46 बड़े नशा तस्करों को हिरासत में लिया जा चुका है और उनकी 46 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई है। उन्होंने कहा कि यह नया हिमाचल है और चिट्टे का अंतिम अंश समाप्त होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। यह केवल तस्करों के खिलाफ नहीं, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क और नशा माफिया को जड़ से समाप्त करने की निर्णायक लड़ाई है।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि नशा तस्करी की सूचना देने वालों को सरकार नकद पुरस्कार देगी। दो ग्राम तक चिट्टा मिलने की सूचना पर दस हजार रुपये, पांच ग्राम की सूचना पर पच्चीस हजार रुपये, पच्चीस ग्राम पर पचास हजार रुपये, एक किलो पर पांच लाख रुपये और एक किलो से अधिक की सूचना देने पर दस लाख रुपये तक की इनाम राशि दी जाएगी। बड़े नशा गिरोह की जानकारी देने वाले को पांच लाख रुपये से अधिक की इनाम राशि मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि चिट्टा से संबंधित किसी भी जानकारी को साझा करने के लिए राज्य सरकार ने आपातकालीन नंबर 112 जारी किया है।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि वह आज यहां मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य की रक्षा करने वाले एक प्रहरी के रूप में उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई केवल एक अभियान नहीं बल्कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा व्यापक संघर्ष है, जो अब मिशन मोड में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने युवाओं को नशा निवारण की शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम के दौरान गुब्बारों और पैराग्लाइडर के माध्यम से भी नशे के दुष्प्रभावों का संदेश दिया गया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रोफेसर चन्द्र कुमार, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, एचपीटीडीसी के अध्यक्ष आर.एस. बाली, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, कई विधायक, मुख्य सचिव संजय गुप्ता, पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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