Mandi: अपना विद्यालय कार्यक्रम के तहत अधिकारी गोद लेंगे सरकारी स्कूल, शिक्षा स्तर में सुधार और पंजीकरण बढ़ाने का उद्देश्य, पढ़ें पूरी खबर!

सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने और बच्चों की पंजीकरण दर बढ़ाने के उद्देश्य से, ‘अपना विद्यालय’ कार्यक्रम के तहत अधिकारियों द्वारा स्कूलों को गोद लेने की पहल की जा रही है। करसोग के एसडीएम और तहसीलदार वरुण गुलाटी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस समेत अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

अपना विद्यालय, जिसे हिमाचल स्कूल एडॉप्शन कार्यक्रम भी कहा जाता है, का उद्देश्य सरकारी स्कूलों को प्रशासनिक और विभागीय सहयोग प्रदान करना है। कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सुनिश्चित करना है।

एसडीएम वरुण गुलाटी ने चार मुख्य बिंदुओं का उल्लेख किया, जिन पर अधिकारी अपने गोद लिए गए स्कूलों में बच्चों को जागरूक करेंगे:

  1. सिंगल यूज प्लास्टिक पर जागरूकता: बच्चों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को बढ़ावा देना।
  2. नशा मुक्त अभियान: नशे के खतरों और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व के बारे में बच्चों को शिक्षित करना।
  3. कैरियर काउंसलिंग: भविष्य में सही निर्णय लेने के लिए कैरियर के विकल्पों पर मार्गदर्शन।
  4. मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता: बच्चियों को मासिक धर्म स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देना, ताकि वे स्वस्थ और जागरूक बन सकें।

इस पहल के पहले चरण के रूप में, अधिकारियों ने अगले 10 दिनों में अपने गोद लिए गए स्कूलों का दौरा करने का वचन दिया है। इन दौरे में अधिकारी छात्रों से संवाद करेंगे और आवश्यक सहयोग का मूल्यांकन करेंगे। अधिकारी अपने दौरे की फोटो और वीडियो व्हाट्सअप ग्रुप पर साझा करेंगे, जिससे पारदर्शिता और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

सरकारी स्कूलों में घटती पंजीकरण दर को बढ़ाने की चुनौती को भी यह कार्यक्रम हल करना चाहता है। स्कूलों में सुविधाओं का विस्तार, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आवश्यक जीवन कौशल पर ध्यान देकर, अपना विद्यालय कार्यक्रम सरकारी संस्थानों में अधिक बच्चों को आकर्षित करने का प्रयास करेगा।

एसडीएम गुलाटी ने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाएं ताकि इस कार्यक्रम को सफलता मिले। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अजय राज गुप्ता, तहसील कल्याण अधिकारी भोपाल शर्मा, बाल विकास परियोजना अधिकारी विपाशा भाटिया समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रशासन का यह समर्पित प्रयास सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है, जहां उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ जीवन के महत्वपूर्ण कौशलों पर मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

For advertisements inquiries on HIM Live TV, Kindly contact us!

Connect with us on Facebook and WhatsApp for the latest updates!

--Advertisement--

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

Bilaspur: शिमला-मटौर हाईवे विवाद: मां-बेटे ने फिर लगाया सड़क पर अवरोध, पुलिस ने किया गिरफ्तार

शिमला-मटौर वाया जुखाला उच्च मार्ग को लगातार तीन दिनों...