इंदौरा, 17 सितम्बर। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में हर साल बरसात के मौसम में ब्यास नदी का पानी ग्रामीण इलाकों में तबाही मचाता है। इस बार भी सुरडवां, मलकाना, मंड सनौर और पराल जैसे क्षेत्रों में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ। प्रभावित परिवारों की समस्याओं को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक मलेंद्र राजन ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और लोगों से सीधा संवाद किया।
इस मौके पर उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार और प्रशासन हर प्रभावित परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सुरडवां-मलकाना क्षेत्र में ब्यास नदी किनारे तटबंध (धुसी) का निर्माण करवाया जाएगा, ताकि आने वाले वर्षों में पानी रिहायशी इलाकों में प्रवेश न कर सके।
स्थानीय लोगों की मांग और विधायक का त्वरित एक्शन
दौरे के दौरान ग्रामीणों ने विधायक के समक्ष यह गंभीर समस्या रखी कि बरसात के दिनों में ब्यास का पानी खेतों और घरों में भर जाता है। इससे किसानों की फसलें बर्बाद होती हैं और लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी भी प्रभावित होती है।
ग्रामीणों ने आग्रह किया कि सुरडवां-मलकाना क्षेत्र में पक्का तटबंध बनाया जाए ताकि भविष्य में इस समस्या से राहत मिल सके। विधायक मलेंद्र राजन ने मौके पर ही उपायुक्त कांगड़ा से फोन पर बात की और तटबंध निर्माण के लिए जरूरी प्रक्रिया पर चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों से भी कहा कि वे जल्द से जल्द आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) विभाग को उपलब्ध करवाएं, ताकि इस कार्य में कोई देरी न हो।

प्रभावित परिवारों को मिलेगा मुआवज़ा
विधायक ने कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन विभागीय स्तर पर तेज़ी से किया जा रहा है। सरकार की ओर से निर्धारित नियमों के अनुसार हर प्रभावित परिवार को उचित मुआवज़ा प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सर्वेक्षण कार्य पूरी पारदर्शिता और तेजी से पूरा किया जाए। राहत राशि में किसी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पारदर्शिता और त्वरित कार्यवाही पर जोर
मलेंद्र राजन ने कहा कि राहत और पुनर्वास कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रभावित लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन और विभाग समन्वय और पारदर्शिता के साथ काम करें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित जनता के साथ मजबूती से खड़ी है और हर संभव सहायता सुनिश्चित की जाएगी।

प्रशासनिक और विभागीय अधिकारी रहे मौजूद
विधायक के दौरे के समय प्रशासन और विभाग के कई अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे। इनमें डीएसपी संजीव कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी दीपक महाजन, एसडीओ सिकंदर, बीडीओ सुदर्शन सिंह, नायब तहसीलदार प्रवेश शर्मा, पोंग बांध निदेशक विशाल ठाकुर और कुलदीप शर्मा शामिल थे।
इसके अलावा ओबीसी सेल अध्यक्ष केवल कृष्ण, प्रधान बसंतपुर कुलदीप सिंह, उपप्रधान जोगिंदर सिंह, पूर्व प्रधान तारा चंद, युगल किशोर, पूर्व उपप्रधान मनोहर सिंह और कई कांग्रेस कार्यकर्ता जैसे विजय सैनी, टिम्मी, राजेश्वर ठाकुर और काशमदीन भी मौके पर मौजूद रहे।
ब्यास नदी किनारे तटबंध का महत्व
ब्यास नदी हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में जीवनदायिनी मानी जाती है, लेकिन हर साल बरसात में यही नदी तबाही भी लाती है। सुरडवां और मलकाना क्षेत्र लंबे समय से बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर यहां पक्का तटबंध बन जाए तो लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार तटबंध बनने से न केवल बाढ़ से बचाव होगा बल्कि खेती-बाड़ी पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। किसानों की फसलें सुरक्षित रहेंगी और ग्रामीणों की संपत्ति को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा।

सरकार की प्रतिबद्धता और आगे की राह
विधायक मलेंद्र राजन का यह दौरा बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत का संदेश लेकर आया। उनके इस आश्वासन से ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि आने वाले समय में इस समस्या का स्थायी समाधान निकलेगा।
उन्होंने साफ कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हर परिवार के साथ है। सरकार की प्राथमिकता है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को समय पर राहत, पुनर्वास और भविष्य में सुरक्षा प्रदान की जाए।
निष्कर्ष
इंदौरा क्षेत्र के लिए तटबंध निर्माण एक बड़ा कदम होगा। इससे न केवल ग्रामीणों को बाढ़ से निजात मिलेगी बल्कि फसलों और संपत्ति की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। विधायक मलेंद्र राजन के इस दौरे ने यह साफ कर दिया है कि सरकार और प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं और ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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